Sambhal violence: संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों 5-5 लाख रुपए देगी सपा, अखिलेश ने किया ऐलान

By राजेंद्र कुमार | Published: November 30, 2024 04:55 PM2024-11-30T16:55:48+5:302024-11-30T16:55:48+5:30

सपा के प्रमुख प्रवक्ता और एमएलसी राजेंद्र चौधरी के अनुसार जल्दी ही ये आर्थिक सहायता राशि परिजन को उपलब्ध कराई जाएगी। सपा ने यह मांग भी की है कि योगी सरकार संभल में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद करे।  

SP will give Rs 5 lakh each to the families of those killed in Sambhal violence, Akhilesh announces | Sambhal violence: संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों 5-5 लाख रुपए देगी सपा, अखिलेश ने किया ऐलान

Sambhal violence: संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों 5-5 लाख रुपए देगी सपा, अखिलेश ने किया ऐलान

Highlightsसपा के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य नेताओं को घर में नजरबंद कर संभल जाने से रोका संभल में धारा 163 लगाई गई, 10 दिसंबर तक नेताओं के संभल में प्रवेश पर भी रोक

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा का लेकर सियासत जारी हैं। शनिवार को प्रदेश सरकार ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को घर में नजरबंद कर संभल नहीं जाने दिया। इसके साथ ही सपा के चार सांसदों को भी संभल में प्रवेश करने से रोका गया। वहीं दूसरी तरफ संभल में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजन को सपा ने पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यह घोषणा की है।

सपा के प्रमुख प्रवक्ता और एमएलसी राजेंद्र चौधरी के अनुसार जल्दी ही ये आर्थिक सहायता राशि परिजन को उपलब्ध कराई जाएगी। सपा ने यह मांग भी की है कि योगी सरकार संभल में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद करे।  

योगी सरकार ने यह मांग करते हुए सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को सपा के डेलीगेशन को संभल नहीं जाने देने को लेकर योगी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा सपा के प्रदेश अध्यक्ष को घर में नजरबंद कर संभल जाने से रोका गया। इसी तरह सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क, मुजफ्फरनगर के सांसद हरेंद्र मलिक, रामपुर से सांसद मोहिबुल्लाह नदवी और मुरादाबाद की सांसद रुचि वीरा को संभल नहीं जाने दिया गया।

अखिलेश ने कहा कि प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है। ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फसाद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता।

अखिलेश ने संभल जिला प्रशासन द्वारा संभल में धारा 163 लगाने की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि संभल के डीएम ने कहा है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति, कोई सामाजिक संगठन या जन प्रतिनिधि जनपद की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना 10 दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। अखिलेश का कहना है कि संभल में हुई हिंसा के कारणों को छिपाने के लिए ही यह आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा है कि संभल के सभी प्रशासनिक अफसरों को तत्काल निलंबित कर उनके खिलाफ कार्रवाई ही जानी चाहिए।

सपा के डेलिगेशन को संभल जाना था 

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में सपा के 15 सदस्यीय डेलिगेशन को संभल जाने वाला था। संभल में सपा नेता पीड़ितों से मिलकर हिंसा के कारणों का पता लगाने के लिए वहां जाना चाहते थे। शनिवार को सपा नेताओं के संभल जाने के लिए घर से निकलने के पहले ही पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और सपा के प्रदेश अध्यक्ष को घर में नजरबंद कर दिया। इसी तरह सपा के चार सांसदों को बॉर्डर पर रोक कर संभल में जाने नहीं दिया।
 

Web Title: SP will give Rs 5 lakh each to the families of those killed in Sambhal violence, Akhilesh announces

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