स्मृति ईरानी को मोदी सरकार में मिली दो मंत्रालय की जिम्मेदारी, जानिए कैसे मैकडोनाल्ड में काम कर छुईं बुलंदियां
By रामदीप मिश्रा | Published: May 31, 2019 02:23 PM2019-05-31T14:23:32+5:302019-05-31T14:23:32+5:30
स्मृति ईरानी ने इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी लोकसभा सीट से 53 हजार वोटों से अधिक के अंतर से हराया।
नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट के मंत्रियों को शुक्रवार (31 मई) को विभाग बांटे गए हैं। कैबिनेट में शामिल स्मृति ईरानी को मोदी सरकार में अहम हिस्सा दिया गया है। उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और कपड़ा मंत्री का जिम्मा सौंपा गया है। इससे पहले की सरकार में भी कपड़ा मंत्रालय का प्रभार उनके पास था। स्मृति ईरानी ने इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी लोकसभा सीट से 53 हजार वोटों से अधिक के अंतर से हराया। आइए जानते हैं स्मृति ईराने के बारे में खास बातें...
स्मृति ईरानी का जन्म
स्मृति जुबिन ईरानी का जन्म 23 मार्च, 1976 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने 1991 में सेकेंडरी स्कूल की परीक्षा पास की और 1993 में सीनियर सेकेंडरी उत्तीर्ण किया। वे 10वीं पास करने के बाद से ही सौंदर्य प्रसाधन का प्रचार करने लग गई थीं। वह 1998 में मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में भाग लेकर चर्चा में आईं, लेकिन वह इसमें जीत हासिल नहीं कर सकीं। बताया जाता है कि उन्होंने मैकडोनाल्ड में भी काम किया है।
स्मृति ईरानी ने एक्टिंग भी की
स्मृति ईरानी धीरे-धीरे एक्टिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ गईं और 2000 में टेलीवीजन सीरियल 'हम हैं कल आज कल और कल' में नजर आईं। फिर उन्होंने एकता कपूर के सास बहू सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में लीड रोल किया। 2001 में उन्होंने जीटीवी पर प्रसारित रामायण में सीता का किरदार निभाया। वहीं, उनकी राजनीति में एंट्री साल 2003 में हुई, जब स्मृति ईरानी ने बीजपी की सदस्यता गृहण की।
कपिल सिब्बल से हारीं चुनाव
साल 2004 में स्मृति ईरानी ने दिल्ली के चांदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा और वह हार गईं। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी कपिल सिब्बल ने हराया। हालांकि उन्हें इसी साल महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया। 2010 में उन्हें बीजेपी ने महिला मोर्चा की कमान सौंपी। वर्ष 2011 में वे गुजरात से राज्यसभा की सांसद चुनी गई। इसी वर्ष इनको हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चे की भी कमान सौंप दी गई।
2014 का लोकसभा चुनाव हारीं
स्मृति ईरानी ने साल 2014 में नरेंद्र मोदी लहर में राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि हारने के बावजूद उन्हें मोदी सरकार में बड़ा पद दिया गया। वे मानव संसाधन मंत्री बनीं। जिस समय एचआरडी मंत्रालय संभाल रही थीं, उस दौरान लगातार वे विवादों के चलते चर्चा में रहीं। जिसके चलते सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। इन विवादों में हैदराबाद के रोहित वेमुला का मुद्दा और उनकी डिग्री को लेकर हुए विवाद ने उन्हें बैकफुट पर ला दिया था। 2016 में स्मृति ईरानी से मानव संसाधन मंत्रालय छीन कर प्रकाश जावड़ेकर को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी।
लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी को हराया
एचआरडी मिनिस्ट्री छिन जाने के बाद स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद उन्हें सूचना प्रसारण मंत्रालय का प्रभार भी सौंपा गया, लेकिन शायद विवादों के चलते एक बार फिर उन पर गाज गिरी और इसकी जिम्मेदारी वापस ले ली गई। लोकसभा चुनाव 2019 में फिर से उन्हें राहुल गांधी के खिलाफ उतारा गया। इस बार उन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष को हरा दिया, जिसके बाद उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई।