कर्नाटक मंत्रिमंडल विस्तारः सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कुछ नामों को लेकर मतभेद, आज दिल्ली जाएंगे दोनों नेता, कांग्रेस आलाकमान से करेंगे चर्चा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 24, 2023 10:05 AM2023-05-24T10:05:49+5:302023-05-24T10:13:55+5:30
सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान कुछ नामों को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कथित रूप से मतभेद होना इसकी मुख्य वजह है।
बेंगलुरुः कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार बुधवार शाम नयी दिल्ली के लिए रवाना होंगे, जहां उनके कांग्रेस आलाकमान से मिलकर राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार और मौजूदा मंत्रियों को विभागों के आवंटन पर चर्चा करने की संभावना है।
मुख्यमंत्री के आधिकारिक कार्यक्रम के मुताबिक, सिद्धारमैया विशेष विमान से शाम साढ़े छह बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वह रात में राष्ट्रीय राजधानी में ही रुकेंगे। वहीं, शिवकुमार के कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री भी दिल्ली दौरे पर जाएंगे। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने इस बारे में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इसकी जानकारी सीएम सिद्धारमैया और एआईसीसी द्वारा दी जाएगी, पार्टी अध्यक्ष के रूप में मैं निश्चित रूप से दिल्ली जाऊंगा।
That will be informed by CM Siddaramaiah and AICC, As the party president, I will definitely go to Delhi: Karnataka Deputy CM DK Shivakumar when asked about discussions on the formation of the cabinet in Delhi today pic.twitter.com/0ujGUFIttj
— ANI (@ANI) May 24, 2023
हालांकि, सिद्धारमैया और शिवकुमार के दिल्ली दौरे का विवरण मीडिया से साझा नहीं किया गया है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के मौजूदा मंत्रियों को विभागों के आवंटन और मंत्रिमंडल विस्तार के मुद्दे पर कांग्रेस आलाकमान से मिलने की संभावना है। कर्नाटक में सिद्धारमैया और शिवकुमार ने 20 मई को आठ मंत्रियों के साथ क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, इन मंत्रियों को अभी विभागों का आवंटन नहीं किया गया है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आलाकमान ने पिछले हफ्ते शपथ ग्रहण समारोह से पहले दिल्ली में हुई बैठक में आठ मंत्रियों की पहली सूची को मंजूरी दी थी, जबकि पहले मंत्रिमंडल में बड़ी संख्या में विधायकों को शामिल किए जाने की योजना है। सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान कुछ नामों को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कथित रूप से मतभेद होना इसकी मुख्य वजह है।
नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन और एक ऐसे मंत्रिमंडल का गठन, जिसमें सभी समुदायों, क्षेत्रों, गुटों और नयी व पुरानी पीढ़ी के विधायकों को प्रतिनिधित्व हासिल हो, सिद्धारमैया के लिए काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है। इसे देखते हुए कई नेता मंत्री बनने की होड़ में शामिल हैं।
भाषा इनपुट