महाराष्ट्र में सरकार गठन पर संजय राउत का बड़ा बयान, कल दोपहर तक हो जाएगा साफ कौन बनेगा सीएम
By पल्लवी कुमारी | Updated: November 20, 2019 10:43 IST2019-11-20T09:48:36+5:302019-11-20T10:43:55+5:30
महाराष्ट्र में गैर बीजेपी सरकार बनाने की प्रक्रिया में आगे बढ़ी एनसीपी और कांग्रेस ने 10 सदस्यीय समन्वय समिति गठित करने पर सहमति जताई है।

महाराष्ट्र में सरकार गठन पर संजय राउत का बड़ा बयान, कल दोपहर तक हो जाएगा साफ कौन बनेगा सीएम
महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के गठबंधन वाली पहली सरकार बनती दिख रही है। इसी बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने बयान दिया है कि आपको कल दोपहर तक पता चल जाएगा कि महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनेगी और कौन सीएम होगा। शरद पवार ने बयान दिया है कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। संजय राउत ने कहा है कि आने वाले पांच से छह दिनों में हम एक मजबूत सरकार का गठन कर लेंगे। दिसंबर से पहले महाराष्ट्र में सरकार गठन कर ली जाएगी।
हालांकि शिवसेना नेता संजय राउत ने पीएम मोदी और पवार के इस मुलाकात को सामान्य बताया है और किसी प्रकार की खिचड़ी पकने की बात से इनकार किया है। संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में अगली सरकार उनकी पार्टी की अगुवाई वाली होगी और सीएमपी राज्य के हित में रहेगा। उन्होंने दावा किया कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी अगले 5 साल महाराष्ट्र में सरकार चलाएगी।
Sanjay Raut, Shiv Sena: The process to form the government will complete in next 5-6 days and a popular & strong government will be formed in Maharashtra before December. The process is going on. pic.twitter.com/cyQKTL85Fm
— ANI (@ANI) November 20, 2019
राकांपा नेता शरद पवार ने भी पिछले हफ्ते शुक्रवार को विश्वास जताया था कि तीन दलों की सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और विकासोन्मुखी शासन देगी। राकांपा ने यह भी कहा कि गठबंधन की अगुवाई शिवसेना करेगी।
बता दें कि महाराष्ट्र में गैर बीजेपी सरकार बनाने की प्रक्रिया में आगे बढ़ी एनसीपी और कांग्रेस ने 10 सदस्यीय समन्वय समिति गठित करने पर सहमति जताई है। इसमें दोनों पक्षों के पांच-पांच सदस्य शामिल होंगे। दिल्ली में आज बुधवार को दोनों पार्टियों के नेताओं की पहली बैठक होगी। पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने आज 'लोकमत' को बताया कि दोनों दल पहले न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) तैयार करेंगे।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना और राकांपा को सरकार गठन की क्षमता साबित करने के लिए आमंत्रित किया था। इसमें विफल रहने के बाद 12 नवंबर को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया। विधानसभा निलंबित है, लेकिन छह महीने के भीतर यदि कोई भी पक्ष सरकार बनाने का दावा करता है, तो किसी भी समय इसे पुनर्जीवित किया जा सकता है।