'राज्य के हित में ऑडियो क्लिप्स मीडिया को दी', गहलोत के ओएसडी ने दिल्ली पुलिस को बताया, शेखावत की फोन टैपिंग एफआईआर पर पूछताछ
By विशाल कुमार | Published: May 15, 2022 08:36 AM2022-05-15T08:36:34+5:302022-05-15T08:42:19+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने जांच अधिकारियों से कहा कि पैसे के लेन-देन की बात हो रही थी और गहलोत की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराने की साजिश थी तो यह मेरा कर्तव्य है मीडिया के माध्यम से इन घटनाक्रमों के बारे में जनता को बताएं।
जयपुर: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा फोन टैपिंग को लेकर दर्ज कराई गई एफआईआर के सिलसिले में शनिवार को दिल्ली पुलिस ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा से करीब तीन घंटे पूछताछ की।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शर्मा ने जांच अधिकारियों को बताया कि उन्होंने वे ऑडियो क्लिप्स राज्य के हित में मीडियाकर्मियों को दिए। शर्मा से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा लीक ऑडियो क्लिप को लेकर दर्ज कराई गई एफआईआर के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
इस मुद्दे ने 2020 के मध्य में गहलोत सरकार को हिला दिया था, जिसके कारण तत्कालीन डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने विद्रोह कर दिया था।
शनिवार को शर्मा से 45-50 सवाल पूछे गए। उनसे लिखित में जवाब मांगा गया था। पत्रकारों को ऑडियो क्लिप फॉरवर्ड करने के कारण के बारे में पूछे जाने पर, शर्मा ने जांच अधिकारियों से कहा कि पैसे के लेन-देन की बात हो रही थी और गहलोत की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराने की साजिश थी तो यह मेरा कर्तव्य है मीडिया के माध्यम से इन घटनाक्रमों के बारे में जनता को बताएं।
शर्मा से ऑडियो क्लिप के सोर्स के बारे में भी पूछा गया था और यह भी पूछा गया था कि क्या वे उन्हें सरकारी सोर्सों या मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए थे। शर्मा ने हमेशा कहा है कि सोशल मीडिया पर ऑडियो क्लिप उनके सामने आए।
शेखावत ने शर्मा और अन्य पर आपराधिक साजिश और गैरकानूनी रूप से टेलीग्राफिक सिग्नल (टेलीफोनिक बातचीत) को बाधित करने का आरोप लगाया है। अखबार ने मार्च 2021 में बताया था कि सरकार ने स्वीकार किया था कि पिछले साल राजनीतिक संकट के दौरान फोन टैप किए गए थे।