जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला राशिद ने एनएसए अजीत डोभाल के कश्मीरियों से बातचीत के वीडियो पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा, 'अजीत डोभाल ने मुट्ठीभर बीजेपी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और ऐसा दिखाया कि ये कश्मीरियों की आम राय है। ये शर्मनाक है कि कैसे भारत सरकार डेमोक्रेटिक प्रॉसेस को हटाकर प्रोपेगैंडा को जगह दे रही है।'
इससे पहले आर्टिकल 370 के विरोध में शेहला राशिद बुधवार (7 अगस्त) को दिल्ली के मंडी हाउस से लेकर जंतर-मंतर तक विरोध मार्च किया था।
इसके साथ ही शेहला राशिद ने जम्मू-कश्मीर में कम्यूनिकेशन शुरू करने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में जितने भी कम्यूनिकेशन चैनल बंद हैं। उन्हें जल्द से जल्द शुरू किया जाए। इससे लोगों को बहुत सारे मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है। राशिद ने कहा कि जितने ही कश्मीरी नेताओं को अरेस्ट किया है, उनको जल्द से जल्द ही रिहा किया जाए।
शेहला राशिद ने कहा कि कारगिल में गुरुवार को ज्वॉइंट एक्शन कमेटी की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी। उन्होंने आज विरोध प्रदर्शन बुलाया था। लेकिन सरकार ने कारगिल में भी कर्फ्यू लगा दिया और इंटरनेट बंद कर दिया।
कश्मीर में फिलहाल धारा 144 लागू है। कई बड़े नेताओं को नजरबंद किया गया है। हालात को देखते हुये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी कश्मीर गये हैं।