हरियाणा: नूंह जिले में 250 अवैध झुग्गियों पर चला बुलडोजर, कब्जा करने वाले अवैध बांग्लादेशी अप्रवासी थे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 4, 2023 06:31 PM2023-08-04T18:31:40+5:302023-08-04T18:33:01+5:30
नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का हालिया हिंसा से कोई संबंध है। उन्होंने कहा कि यह अतिक्रमण हटाने की सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। पुलिस ने बताया कि झुग्गियां एक एकड़ जमीन पर बनी थीं और लोग तीन साल से इनमें रह रहे थे।
गुरुग्राम: हरियाणा के नूंह जिले में सांप्रदायिक दंगे भड़कने के कुछ दिनों बाद प्रशासन ने तावड़ू कस्बे में सरकारी जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर बनाई गईं लगभग 250 झुग्गियों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की जमीन पर कब्जा करने वाले अवैध बांग्लादेशी अप्रवासी थे जो पहले असम में रह रहे थे। उन्होंने बताया कि तोड़फोड़ की कार्रवाई बृहस्पतिवार शाम को की गई।
नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का हालिया हिंसा से कोई संबंध है। उन्होंने कहा कि यह अतिक्रमण हटाने की सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। पुलिस ने बताया कि झुग्गियां एक एकड़ जमीन पर बनी थीं और लोग तीन साल से इनमें रह रहे थे।
सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की शोभायात्रा पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद मुस्लिम बहुल नूंह में भड़की हिंसा की आंच गुरुग्राम तक पहुंच गई थी, जिसमें दो होम गार्ड और एक इमाम सहित छह लोगों की मौत हुई है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में हाल में हुई सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में अब तक कुल 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। विज ने यह भी कहा कि झड़पों के संबंध में अब तक 102 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से आधी अकेले नूंह में और बाकी गुरुग्राम, फरीदाबाद तथा पलवल सहित अन्य जिलों में दर्ज की गई हैं।
उन्होंने अंबाला में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि इन घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।’ विज ने यह भी कहा कि जांच जारी है। मंत्री ने कहा कि जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनसे कानून के मुताबिक पूछताछ की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। नूंह में साइबर अपराध थाने को निशाना बनाए जाने के सवाल पर विज ने कहा, ‘‘हमने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि थाने पर हमला किसने किया और वे कौन से रिकॉर्ड नष्ट करना चाहते थे।’’
बता दें कि सांप्रदायिक हिंसा के बाद राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने लगभग 2,000 वीडियो को स्कैन करना शुरू कर दिया है जो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहे हैं। पुलिस दंगे में शामिल उपद्रवियों की पहचान करने के लिए उन जगहों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जांच कर रही है जहां हिंसा हुई थी।
(इनपुट- भाषा)