मप्र में नवजातों के अवैध कारोबार का भंडाफोड़, दाई और दो दम्पतियों समेत सात गिरफ्तार
By भाषा | Published: February 22, 2021 05:59 PM2021-02-22T17:59:59+5:302021-02-22T17:59:59+5:30
इंदौर (मध्यप्रदेश), 22 फरवरी मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने दो नवजात बच्चों के अवैध कारोबार के बरसों पुराने मामलों के खुलासे का दावा करते हुए सात लोगों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया है। इनमें एक दाई और दो दम्पति शामिल हैं।
एसटीएफ की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने सोमवार को बताया कि बच्चों के हितों में काम करने वाली गैर सरकारी संस्था "चाइल्ड लाइन" से मिले सुरागों के आधार पर जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि मामले में इंदौर निवासी दाई लीलाबाई और नजदीकी शहर देवास में रहने वाले उसके दो सहयोगियों-पुष्पा और प्रभुदयाल को गिरफ्तार किया है। इनके साथ ही देवास तथा रतलाम से एक-एक दम्पति को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन दम्पतियों के साथ रह रहे नौ और 13 साल के दो बच्चों को फिलहाल एक बाल आश्रय गृह में रखा गया है। उन्होंने बताया, ‘‘हम दोनों दम्पतियों और इन लड़कों का डीएनए टेस्ट कराने जा रहे हैं ताकि वैज्ञानिक रूप से तसदीक हो सके कि वे इनके माता-पिता हैं या नहीं।’’
उन्होंने बताया कि जांच में पता है कि नवजात बच्चों के अवैध कारोबार को इंदौर में निजी क्षेत्र के एक मैटरनिटी होम के जरिये अंजाम दिया गया था। मैटरनिटी होम के संचालकों की कुछ साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जिसके बाद वह बंद हो गई थी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, "हमें पक्का संदेह है कि दोनों लड़कों को उनके जन्म के तत्काल बाद दम्पतियों के हवाले करने के बदले मैटरनिटी होम संचालकों ने दाई के माध्यम से धन का लेन-देन किया था। हम इस बारे में आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं।"
उन्होंने बताया कि मामले की विस्तृत जांच जारी है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।