सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बच्चों के लिए बनाई कोरोना वायरस की कोवोवैक्स वैक्सीन, अदार पूनावाला ने ट्वीट करके दी जानकारी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 3, 2022 09:10 PM2022-05-03T21:10:40+5:302022-05-03T21:15:41+5:30
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट करके बताया है कि सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई जा रही कोरोना वायरस की वैक्सीन कोवोवैक्स अब बच्चों के लिए भी उपलब्ध है।
मुंबई: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने घोषणा की है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन कोवोवैक्स अब बच्चों के लिए उपलब्ध है। अदार पूनावाला ने इस मामले में ट्वीट करके जानकारी दी है।
उन्होंने मंगलवार को इस संबंध में ट्वीट करके बताया, "कोवोवैक्स, जिसे नोवावैक्स द्वारा विकसित किया गया है, अब भारत में बच्चों के लिए भी उपलब्ध है। यह भारत में निर्मित एकमात्र वैक्सीन है, जो यूरोप में भी बेची जाती है और इसकी प्रभावशीलता 90 फीसदी से भी अधिक है।"
Covovax (@Novavax), is now available for children in India. This is the only vaccine manufactured in India that is also sold in Europe and has an efficacy of > 90%. This is in line with Shri @narendramodi Ji's vision of providing yet another vaccine to protect our children. pic.twitter.com/QUm7sZyOfi
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) May 3, 2022
इस संबंध में और जानकारी देते हुए अदार पूनावाला ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बच्चों की सुरक्षा के लिए एक और टीका उपलब्ध कराने की दिशा में एक बेहतर कदम है।
समाचार एजेंसी पीटीआई से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को कहा था कि अब 12 से 17 साल के किशोर निजी केंद्रों से कोवोवैक्स प्राप्त कर सकते हैं, जिसकी कीमत जीएसटी के साथ 900 रुपये है, इसके अलावा अस्पताल की सेवा शुल्क 150 रुपये अतिरिक्त होगा।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुताबिक बच्चों के लिए बनाये गये इस वैक्सीन में राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) की सिफारिश का पूरी तरह से पालन किया गया है।
भारत के दवा नियामक ने पिछले साल 28 दिसंबर को 18 साल और उसके उपर के वयस्कों में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी और बीते 9 मार्च को कुछ शर्तों के साथ 12-17 वर्ष के किशोरों पर भी इसे लागू करने की इजाजत दी थी।
माजूदा समय में 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को जैविक ई के इंट्रामस्क्युलर वैक्सीन कॉर्बेवैक्स का टीका लगाया जाता है, जबकि 15-18 आयु वर्ग के बच्चों को सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर भारत बायोटेक का कोवैक्सिन दिया जा रहा है।