Security Breach In Parliament: संसद में हुए घुसपैठ का 'मास्टरमाइंड' कोई और है, पकड़े गये आरोपियों से अलग", दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 14, 2023 09:20 AM2023-12-14T09:20:02+5:302023-12-14T09:25:44+5:30
संसद में हुए घुसपैठ के संबध में पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संसद की सुरक्षा को तार-तार करने वाले घुसपैठियों का असली 'आका' कोई और है।
नई दिल्ली:संसद पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी के दिन सुरक्षा उपायों को धता बताते हुए बीते बुधवार को लोकसभा कक्ष में हुई घुसपैठ की घटना में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बुधवार की संसद की सुरक्षा को तार-तार करने वाले घुसपैठियों का असली 'आका' कोई और है।
जी हां, पुलिस को इस बात की पूरी आशंका है कि बुधवार को हुई घटना का मास्टरमाइंड पकड़े गये लोगों के अलावा कोई दूसरा शख्स है। सूत्रों के मुताबिक घटना को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े गये सभी आरोपियों का लिंक एक सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़ा है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि लगभग डेढ़ साल पहले सभी लोग मैसूर में मिले थे। पकड़ा गया घुसपैठिया सागर बीते जुलाई में लखनऊ से दिल्ली आया था लेकिन संसद भवन में प्रवेश नहीं कर सका था।
उसके बाद 10 दिसंबर को घटना में शामिल सभी लोग एक-एक करके अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। वे सभी इंडिया गेट के पास इकट्ठा हुए, जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए थे।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की विस्तृत जांच के भी आदेश दे दिए हैं। इस संबंध में गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के तहत एक उच्चस्तरीय जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं।"
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है, "गठित की गई जांच समिति संसद की सुरक्षा में उल्लंघन के कारणों की जांच करेगी, खामियों की पहचान करेगी और सुरक्षा संबंधी आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी। समिति जल्द से जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।"
मालूम हो कि संसद में सुरक्षा उल्लंघन पर सरकार ने जांच तेज कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा चूक में 6 लोगों के शामिल होने का संदेह है। इनमें से 4 गिरफ्तार हुए हैं, जबकि 2 अन्य की तलाश जारी है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तार लोगों के पास से कोई मोबाइल फोन नहीं मिला है और उनसे लगातार पूछताछ जारी है।
संसद की सुरक्षा में चूक मामले में पुलिस सूत्रों ने कहा कि सभी 6 संदिग्ध गुरुग्राम में ठहरे थे और एक-दूसरे को जानते हैं। संसद भवन की सुरक्षा तोड़ने वाले आरोपी हैं। सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल शिंदे है। नीलम और शिंदे बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला हुआ था और देश उन शहीदों को नमन कर रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रताप सिम्हा के अधिकार पत्र पर बुधवार को लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूदने वाले दो व्यक्तियों को 'पास' जारी किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक सांसद सिम्हा उनमें से एक आरोपी को जानते थे, क्योंकि वह उनके निर्वाचन क्षेत्र मैसूर का है और वह अक्सर उनके कार्यालय आता था।
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों में से एक मनोरंजन डी ने सह-आरोपी सागर शर्मा को सांसद के कार्यालय में एक दोस्त के रूप में पेश किया और नयी संसद देखने के बहाने 'पास' हासिल किए। सिम्हा के कहने पर बुधवार के लिए तीन 'पास' जारी किए गए थे। सांसद के करीबी सूत्रों ने बताया कि एक महिला को संसद से लौटना पड़ा क्योंकि, उसके साथ आए बच्चे का नाम उसके 'पास' पर अंकित नहीं था। महिला का दोनों आरोपियों से कोई संबंध नहीं था।