Security Breach In Parliament: "एम फिल और नेट पास करने के बाद भी बेरोजगार थी, इसलिए तनावग्रस्त थी", संसद में घुसपैठ के आरोप में पकड़ी गई नीलम के घरवालों ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 14, 2023 11:26 AM2023-12-14T11:26:51+5:302023-12-14T11:32:31+5:30
संसद की सुरक्षा को धता बताते हुए बीते बुधवार को शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में घुसपैठ की घटना को अंजाम देने वाली नीलम के परिवार वालों का कहना है कि वो एक मेधावी छात्रा है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगा हुई है।
नई दिल्ली:संसद की सुरक्षा को धता बताते हुए बीते बुधवार को शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में घुसपैठ की घटना को अंजाम देने वाली नीलम के परिवार वालों का कहना है कि वो एक मेधावी छात्रा है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगा हुई है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। इस कारण से वो तनावग्रस्त थी, बावजूद इसके वो अभी तक भरोसा नहीं कर पा रहे हैं कि नीलम ऐसा खौफनाक कदम भी उठा सकती है।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार दिल्ली पुलिस द्वारा गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धाराओं के तहत आरोपी बनाई गई नीलम के परिवार ने कहा कि उसने एम फिल का रिसर्च पूरा कर लिया है और विश्वविद्यालय में लेक्चरर की नौकरी पाने के लिए जरूरी केंद्रीय परीक्षा नेट भी पास कर ली है।
नीलम की मां सरस्वती देवी ने कहा, "नीलम पढ़ने में बहुत योग्य है, लेकिन उसे कहीं नौकरी नहीं मिल रही थी। वह बात को लेकर वो इतनी तनावग्रस्त थी कि वह अक्सर कहती थी कि मुझे मर जाना चाहिए क्योंकि इतनी पढ़ाई करने के बावजूद मैं दो वक्त की रोटी नहीं जुटा पा रही हूं।"
वहीं नीलम के भाई रामनिवास ने बताया कि बुधवार को संसद में हुई घटना के बारे में उसे एक रिश्तेदार के जरिये पता चला, जिन्होंने टीवी देखने के लिए उसे फोन किया था।
रामनिवास ने कहा, "नीलम हिसार में पढ़ती है लेकिन उसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई जुड़ाव नहीं है। हमें नहीं पता कि उसने ऐसा क्यों किया। हमें उससे मिलने के बाद ही स्थिति का पता लग पाएगा। हमें घटना के बारे में हमारे एक भाई से पता चला, जिसने हमें फोन किया था।''
उन्होंने कहा कि पढ़ने में तेज नीलम प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जींद चली गई थी क्योंकि उसे हिसार में कोई नौकरी नहीं मिल पाई थी।
उन्होंने कहा, "नीलम ने बीए, एमए, एम फिल का रिसर्च भी पूरा कर लिया था और वह नेट की परीक्षा भी पास कर चुकी थी लेकिन बावजूद उसके वो बेरोजगार थी। वह छह महीने हिसार से पहले जींद चली गई थी और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रही थी।"
रामनिवास ने कहा कि नीलम अक्सर विरोध प्रदर्शनों में बेरोजगारी का मुद्दा उठाती थी और उसने तीन कृषि बिलों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली के पास साल भर चले किसानों के विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था।
नीलम के अलावा संसद में घुसपैठ के आरोप में गिरफ्तार किये गये तीन अन्य आरोपियों के परिवार वाले भी घटना से सकते में हैं और उन्हें भरोसा नहीं हो रहा है क उनके परिवार का सदस्य ऐसा गैर कानूनी काम कर सकता है।
लोकसभा कक्ष के भीतर उपद्रव मचाने वाले सागर शर्मा और डी मनोरंजन नाम के दो आरोपियों में एक मनोजंन के पिता अपने बेटे की हरकत पर शर्मसार हैं।
मनोरंजन के पिता देवराजे गौड़ा ने कहा कि अगर उनके बेटे ने कुछ भी गलत किया है, तो उसे 'फांसी' दी जानी चाहिए। गौड़ा ने कहा, "यह हमारी संसद है। महात्मा गांधी से लेकर जवाहरलाल नेहरू तक कई महान लोगों ने लोकतंत्र के उस मंदिर का निर्माण किया है। किसी का भी ऐसे मंदिर के साथ ऐसा व्यवहार करना स्वीकार्य नहीं है, भले ही वह मेरा बेटा ही क्यों न हो।"
मालूम हो कि मनोरंजन और सागर शर्मा ने संसद की दर्शक दीर्घा से कूदकर सदन में आ गये। उनमें से एक ने पीले धुएं का डिब्बा खोला और सदन के अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने की कोशिश की। वहीं दो अन्य प्रदर्शनकारियों नीलम आज़ाद और अमोल शिंदे संसद के बाहर सड़क पर एक एयरोसोल कनस्तर से रंगीन धुआं छोड़ रहे थे, जब पुलिस ने उन्हें दबोचा।
आरोपी सागर शर्मा के बारे में बताया जा रहा है कि वो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का रहने वाला है। उसके परिवार में उसे मिलाकर कुल चार सदस्य हैं और वह आजीविका के लिए ई-रिक्शा चलाता है। उनके परिवार ने कहा कि सागर ने उन्हें बताया था कि वह एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दो दिनों के लिए दिल्ली जा रहा है।