बिहार: किशनगंज के स्कूलों में हो रही थी जुमे पर छुट्टी, सख्त हुआ शिक्षा विभाग, जानिए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने क्या कहा
By शिवेंद्र राय | Published: July 27, 2022 01:18 PM2022-07-27T13:18:25+5:302022-07-27T13:20:37+5:30
किशनगंज के मुस्लिम बहुल इलाकों में सरकारी स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी शुक्रवार को होती है। एक दो नहीं बल्कि 37 सरकारी स्कूलों में जुमे की छुट्टी होती है। शुक्रवार को स्कूल बंद रहते हैं लेकिन इसकी जगह रविवार को स्कूलों में पढाई होती है।
पटना: बिहार के किशनगंज जिले में 37 स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी रविवार के बजाए शुक्रवार को हो रही थी। इस खबर के सामने आने के बाद बिहार सरकार हरकत में आई है और अब शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया है। स्कूलों में रविवार के बजाए शुक्रवार को छुट्टी होने की खबर मीडिया में आने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि जहां-जहां से ऐसे मामले आए हैं वहां के जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रतिवेदन मांगा गया है।
इस पूरे मामले पर बिहार के शिक्षा मंत्री कहा कि स्कूलों से जानकारी मांगी गई है कि साप्ताहिक छुट्टी कब रहती है और किसके आदेश से रविवार को छोड़कर दूसरे दिन छुट्टी दी गई है। विजय कुमार चौधरी ने कहा कि प्रतिवेदन का जवाब आने के बाद उस पर समीक्षा होगी। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि अगर शुक्रवार को स्कूल बंद रहता है तो रविवार को स्कूल चलता है कि नहीं, या कोई गफलत करके फायदा उठाता है और दोनों दिन छुट्टी कर रहा है इसका भी पता किया जाएगा। इसके के बाद निर्णय लिया जाएगा।
क्या है पूरा मामला
कुछ समय पहले मीडिया के माध्यम से ये जानकारी सामने आई कि बिहार के किशनगंज में जुमे पर स्कूलों में छुट्टी होती है। मामले ने तूल पकड़ा तो शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट मांग ली। आपको बता दें कि किशनगंज के मुस्लिम बहुल इलाकों में सरकारी स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी शुक्रवार को होती है। एक दो नहीं बल्कि 37 सरकारी स्कूल ऐसे पाए गए जहां नियमों को ताक पर रख कर जुमे की छुट्टी होती है। शुक्रवार स्कूल बंद रहते हैं लेकिन इसकी जगह रविवार को स्कूल खुलते हैं। शुक्रवार को स्कूल बंद रखने के लिए किसी भी तरह का कोई शासनादेश नहीं है। दरअसल किशनगंज जिले में 68 फीसदी आबादी मुस्लिम है। जिन सरकारी स्कूलों में 60% बच्चे मुस्लिम हैं वहां खुद ही साप्ताहिक छुट्टी शुक्रवार को रखने का बना लिया गया। ये फैसला स्कूलों की था या किसी के दबाव में लिया गया इसकी जांच भी बिहार सरकार का शिक्षा विभाग कर रहा है। फिलहाल बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी इस मामले में सख्त नजर आ रहे हैं।