संयुक्त किसान मोर्चा ने लिया बड़ा फैसला, चुनाव लड़ने वाले किसान संगठनों को किया बाहर
By रुस्तम राणा | Published: January 15, 2022 07:05 PM2022-01-15T19:05:07+5:302022-01-16T06:38:18+5:30
एसकेएम ने फैसला लिया कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने वाले 20 से अधिक किसान संगठनों को 4 महीने के लिए बाहर कर दिया गया है।
नई दिल्ली: शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बार्डर पर बैठक हुई। इस अहम बैठक में एसकेएम ने फैसला लिया कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने वाले 20 से अधिक किसान संगठनों को 4 महीने के लिए बाहर कर दिया गया है। संयुक्त मोर्चा से विशेष अवधि के लिए सस्पेंड हुए इन संगठनों ने पंजाब चुनाव में चुनावी ताल ठोकी है, जिसके बाद एसकेएम ने इन संगठनों के खिलाफ ये कार्रवाई की है।
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने इस बैठक के बाद कहा हम 21 जनवरी से 3-4 दिनों के लिए उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी का दौरा करेंगे और प्रभावित किसान परिवारों से मुलाकात करेंगे। हम अपने आंदोलन की आगे की कार्रवाई पर चर्चा करेंगे और रणनीति बनाएंगे।
We will visit Uttar Pradesh's Lakhimpur Kheri for 3-4 days from January 21 and meet the affected farmers' families. We will discuss and form a strategy on the further course of action of our agitation: BKU leader Rakesh Tikait pic.twitter.com/Tz7LB3kxbH
— ANI (@ANI) January 15, 2022
वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता युधवीर सिंह ने अभी तक केंद्र ने एमएसपी पर न तो कोई समिति बनाई है और न ही इस पर हमसे संपर्क किया है। लखीमपुर खीरी कांड में शामिल होने वाले राज्यमंत्री को सरकार ने नहीं हटाया है। अगर सरकार हमारी मांगों का जवाब नहीं देती है तो हम 31 जनवरी को 'विरोध दिवस' मनाएंगे।
Till now, Centre has neither formed a committee on MSP nor approached us on it. Govt hasn't removed the MoS whose son is involved in Lakhimpur Kheri incident. If govt doesn't respond to our demands then we'll celebrate 'Virodh Diwas' on Jan 31: Yudhvir Singh, Bhartiya Kisan Union pic.twitter.com/YGkUtqI5PP
— ANI (@ANI) January 15, 2022
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) ने तो सबसे पहले अपनी अलग पार्टी बनाकर पंजाब विधानसभा चुनाव में ताल ठोंक दी है। इसी तरह मोर्चा में शामिल पंजाब की 22 किसान जत्थेबंदियों ने भी अलग मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है और मोर्चा के अहम सदस्य बलबीर सिंह राजेवाल को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया है।