संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से 12 अक्टूबर को इकट्ठा होने का आह्वान किया
By विशाल कुमार | Published: October 9, 2021 08:12 AM2021-10-09T08:12:24+5:302021-10-09T08:16:48+5:30
पीड़ितों की अस्थियां यूपी के सभी जिलों, पंजाब के गुरुद्वारों और देश के सभी राज्यों में यह संदेश देने के लिए ले जाया जाएगा कि भाजपा सरकार किसानों को आतंकित कर रही है.
नई दिल्ली: विरोध करने वाले किसान संघों ने किसानों से 12 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के तिकुनिया में फिर से एकजुट होने का आह्वान किया है, उस दिन पिछले रविवार को लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों का अंतिम अरदास किया जाएगा.
वहां से पीड़ितों की अस्थियां यूपी के सभी जिलों, पंजाब के गुरुद्वारों और देश के सभी राज्यों में यह संदेश देने के लिए ले जाया जाएगा कि भाजपा सरकार किसानों को आतंकित कर रही है. शुक्रवार को सिंघू बॉर्डर पर अपने संगठन की बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने यह जानकारी दी.
इसके साथ ही एसकेएम ने शुक्रवार को लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) और जांच आयोग को खारिज किया और कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे 18 अक्टूबर को राष्ट्रव्यापी 'रेल रोको' प्रदर्शन का आह्वान करेंगे.
एसकेएम तीन अक्टूबर को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हटाए जाने और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है.
मोर्चा ने एक बयान में कहा कि अगर 11 अक्टूबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे 18 अक्टूबर को देशव्यापी ‘रेल रोको’ प्रदर्शन का आह्वान करेंगे.