चंडीगढ़, 10 अप्रैल शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को ‘दंडित करने’ के अलावा भाजपा नीत केंद्र सरकार के साथ ‘‘मिलीभगत करने’’ तथा राज्य के हितों के साथ ‘‘समझौता कर लेने’’ का आरोप लगाया ।
बादल ने यहां जारी एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘‘ राज्य के अधिकारों के लिए लड़ने की बात तो भूल जाइए, अमरिंदर तो केंद्र सरकार के सामने अपने लोगों को प्रभावित कर रहे मुद्दे भी नहीं उठाते हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार द्वारा उठाये गये सभी ‘किसान विरोधी कदमों’ पर बार-बार राजी हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से ‘डरे हुए’ हैं और जब कृषि अध्यादेशों को जारी किया गया, तब अमरिंदर ने त्वरित कदम उठाया होता तो कृषि आंदोलन शुरू ही नहीं होते।
शिअद प्रमुख ने कहा कि उस वक्त मुख्यंमत्री उस समिति का हिस्सा थे, जिसमें कृषि अध्यादेशों पर चर्चा हुई थी।
बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रत्यक्ष लाभ अंतरण का विरोध करने का ड्रामा भर कर रहे हैं जबकि वह इस साल से इसे लागू करने की लिखित सहमति दे चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अमरिंदर ने तो किसानों एवं आढ़तियों को आश्वासन दिया कि यह योजना पंजाब में लागू नहीं की जाएगी जबकि वित्त मंत्री मनप्रीत बादल की अगुवाई वाली मंत्रियों की टीम ने खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल के साथ अपनी बैठक में केंद्र के सामने हथियार डाल दिया।’’
बादल ने कहा कि यह रिकार्ड पर है कि मुख्यमंत्री ने किसानों की समस्याएं सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक भी बार मुलाकात नहीं की।
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