Russia Ukraine War: सुमी में फंसे भारतीयों को लेकर चिंतित है भारत सरकार, रूस और यूक्रेन से कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Published: March 5, 2022 03:47 PM2022-03-05T15:47:05+5:302022-03-05T15:49:30+5:30
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया कि भारत सरकार यूक्रेन के सुमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर बहुत चिंतित है। भारतीय छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूसी और यूक्रेनी सरकारों पर जोरदार दबाव डाला गया है।

Russia Ukraine War: सुमी में फंसे भारतीयों को लेकर चिंतित है भारत सरकार, रूस और यूक्रेन से कही ये बात
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग पर भारत समेत कई देशों की नजरें टिकी हुई हैं। ऐसे में भारत सरकार लगातार ऑपरेशन गंगा के तहत युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के प्रयास में जुटी हुई है। इस बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया कि भारत सरकार यूक्रेन के सुमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर बहुत चिंतित है।
बागची ने ट्वीट के जरिए बताया कि भारतीय छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूसी और यूक्रेनी सरकारों पर जोरदार दबाव डाला गया है। इसके अलावा भारतीय छात्रों को सुरक्षा सावधानी बरतने, आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी गई है। उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि मंत्रालय और हमारे दूतावास छात्रों के साथ नियमित संपर्क में हैं।
Have advised our students to take safety precautions, stay inside shelters and avoid unnecessary risks.
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) March 5, 2022
Ministry and our Embassies are in regular touch with the students.
बता दें कि भारत लगातार युद्धग्रस्त यूक्रेन के संघर्ष वाले क्षेत्रों से अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिये रूस और यूक्रेन से स्थानीय युद्धविराम की मांग कर रहा है ताकि वह अपने बचे हुए नागरिकों को सुरक्षित निकाल सके। ऐसे में विदेश मंत्रालय का कहना है कि हमारा मुख्य जोर पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष वाले क्षेत्रों से भारतीय छात्रों को बाहर निकालने पर है और हम रूस एवं यूक्रेन से स्थानीय संघर्ष विराम सहित अन्य रास्ते तलाशने का आग्रह करते हैं ताकि अपने शेष नागरिकों को युद्धग्रस्त यूक्रेन के संघर्ष वाले इलाकों से निकाल सकें।
बताते चलें कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन की नाटो से बढ़ती निकटता पर महीनों के तनाव के बाद यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया था। फिलहाल, रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के चलते यूरोपीय संघ के अलावा कई देश रूस पर कड़े से कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं। यही नहीं, यूक्रेन पर किए गए हमले के कारण रूस दुनियाभर में अलग-थलग हो गया है।