राजद विधायक सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फोड़ा लेटर बम, चुनाव लड़ने की दे दी चुनौती
By एस पी सिन्हा | Published: February 18, 2023 03:38 PM2023-02-18T15:38:58+5:302023-02-18T15:51:27+5:30
बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और विधायक सुधाकर सिंह ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। पत्र में सुधाकर सिंह ने लिखा है कि आपके द्वारा कही गई मनगढ़ंत बातों को सुनकर यही लगता है कि आपके राजनीतिक जीवन में कर्तव्य, निष्ठा और ईमानदारी का कोई अस्तित्व ही नहीं है।
पटना: राजद के द्वारा कारण बताओ नोटिस देकर पूर्व कृषि मंत्री और विधायक सुधाकर सिंह की जुबान पर लगाम लगाने की कोशिश नाकाम होती दिख रही है। सुधाकर सिंह लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर रुख अपनाये हुए हैं। वह मुख्यमंत्री को घेरने का कोई मौका हाथ से नहीं निकलने दे रहे हैं। इस बार तो बजाप्ता पत्र लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बखिया उधेड़ दी है। नीतीश कुमार को लिखे पत्र में सुधाकर सिंह ने अपने आप को जीरो जानकारी वाला विधायक बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती दे दी है। साथ ही आज यह भी ऐलान कर दिया कि बजट सत्र में एक बार फिर से बिहार में कृषि मंडी कानून के लिए निजी विधयेक पेश करने जा रहे हैं।
सुधाकर ने मुख्यमंत्री को कहा है कि इस बार अगले दरवाजे से आकर बहस के लिए तैयार रहिएगा। पत्र में सुधाकर सिंह ने लिखा है कि मेरे द्वारा किसानों के मुद्दे पर उठाए जा रहे सवालों पर कल आपके द्वारा दिए गए वक्तव्यों की जानकारी मिली।
सुधाकर सिंह ने पत्र में लिखा है, "राज्य सरकार के मुखिया का दायित्व होता है कम से कम बुनियादी स्तर की ईमानदारी और राज्य के लोगों के प्रति कर्तव्य निष्ठा रखना। पहले तो शक होता था कि आप में इसकी कमी है, मगर अब आपके द्वारा कही गई मनगढ़ंत बातों को सुनकर यही लगता है कि आपके राजनीतिक जीवन में कर्तव्य, निष्ठा और ईमानदारी का कोई अस्तित्व ही नहीं है। कोई नीतिगत मुद्दे पर तार्किक सवाल कर दे तो आपका एक ही घिसा-पिटा जवाब होता है कि सवाल पूछने वाले को कुछ नहीं पता है। खैर, आपके जैसे प्रकांड विद्वान के सामने हमारी क्या बिसात! चूंकि हर सवाल और हर मुद्दे पर आप यही राग अपनाए रहते हैं कि बहुत काम हुआ है। इसलिए आप ही के सरकार के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के साथ बिहार की खेती किसानी से जुड़ी कुछ बातों का जिक्र कर रहा हूं।"
उन्होंने आगे लिखा, "हमें पता है कि आपकी जानकारी, आंकड़ों और जमीनी हकीकत से कोई वास्ता नहीं है। हाल के दिनों आपने गफलत में रहने का नया शौक पाला है। निजी स्वास्थ्य पर शायद इसका कुछ ज्यादा असर न पड़े, मगर लोकहित के लिए गफलत में रहना ठीक नहीं। इसलिए यह शौक जल्द से जल्द छोड़ दीजिए। और हां, आपकी एक बात से सहमत हूं कि जनता मालिक है। आगामी चुनावों में अपने पसंद का कोई भी क्षेत्र चुन लीजिएगा, जनता इसका उदाहरण के साथ पुष्टि भी कर देगी कि बिहार के लोगों का आपसे भरोसा उठ चुका है और जनता वाकई मालिक है।"