पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले प्रदेश में विकास, बोरोजगारी व पलायन जैसे मुद्दे से अधिक सुशांत सिंह राजपूत का मामला चर्चा में है। पक्ष हो या विपक्ष सुशांत सिंह राजपूत के मामले को अपने-अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगे हुए हैं। इस बीच राजद के विधायक अरुण यादव ने एक विवादित बयान देते हुए कहा है कि वह राजपूत नहीं थे, क्योंकि महाराणा प्रताप के वंशज आत्महत्या नहीं कर सकते ... हम दुखी हैं, उन्हें आत्महत्या नहीं करनी चाहिए थी। वह राजपूत थे, उन्हें परिस्थितियों से लड़ना चाहिए था।
बता दें कि इससे पहले बिहार में किसी भी दल के नेता ने सुशांत सिंह राजपूत के मामले में इस तरह का बयान नहीं दिया था। खुद राजद की तरफ से तेजस्वी यादव ने इस मामले में सीबीआई जांच की अपील केंद्र सरकार से पत्र लिखकर की थी। तेजस्वी यादव सुशांत सिंह राजपूत के घरवालों से भी जाकर मिले थे। लेकिन, अब देखना है कि अपने विधायक द्वारा सुशांत सिंह के मामले में दिए गए विवादित बयान पर पार्टी व तेजस्वी यादव का क्या स्टैंड होता है।
सुशांत सिंह राजपूत मामले में विसरा रिपोर्ट से आएगा सच सामने-
बता दें कि सुशांत सिहं राजपूत के निधन को तीन महीने हो गए हैं। इस निधन केस में हर रोज तरह तरह के खुलासे हो रहे हैं। सुशांत के फैंस लगातार कह रहे हैं कि सुशांत कभी सुसाइड नहीं कर सकते है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सुशांत सिंह मौत की फॉरेंसिक विश्लेषण करने वाली मेडिकल टीम अगले कुछ दिनों में अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक करेगी और यह रिपोर्ट पूरी तरह से 'निष्कर्ष' वाली होगी।
सुशांत को जहर दिया गया या नहीं इस राज से कल यानी शुक्रवार को पर्दा उठ जाएगा। कल सुशांत सिंह राजपूत की विसरा रिपोर्ट सामने आएगी। विसरा रिपोर्ट को लेकर मेडिकल बोर्ड की बैठक होगी। सुशांत के विसरा की दूसरी बार जांच करने वाली फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम अपनी रिपोर्ट एम्स के डॉक्टर्स के पैनल को सौंपेगी।
विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद रविवार को केस पर एम्स के डॉक्टरों का पैनल फाइनल मीटिंग करेगा। इस बैठक में सुशांत की विसरा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर बात होगी। एम्स के डॉक्टर ही सुशांत की मौत पर फाइनल रिपोर्ट देंगे।
सीबीआई को सुशांत सिंह राजपूत मामले में है शक
इस रिपोर्ट में एक्टर की 'हत्या' या 'आत्महत्या' को लेकर कोई दुविधा नहीं रहने वाली है। इसमें साफ बता दिया जाएगा कि सुशांत की सुसाइड थी या फिर मर्डर। जब टाइम्स नाउ के सूत्रों का कहना है कि एम्स के डॉक्टरों वाले पैनल की यह रिपोर्ट अगले कुछ दिनों में सार्वजनिक हो सकती है।
दरअसल, महाराष्ट्र सरकार, 'लॉबी' और कुछ समर्थक सुशांत सिंह की रहस्यमय मौत को 'आत्महत्या' बता रहे हैं लेकिन सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि यह केस 'आत्महत्या' नहीं 'हत्या' के ज्यादा करीब नजर आ रहा है। फॉरेंसिक रिपोर्ट से यह बात बिल्कुल साफ हो सकती है।
अगर ये खबर सच होती है तो सीबीआई फिर मर्डर के एंगल से जांच करेगी। वहीं, दूसरी तरफ इस केस में ड्रग्स एंगल सामने आने के बाद एनसीबी इसकी जांच कर रही है। एनसीबी की पूछताछ के बाद रिया चक्रवर्ती और भाई शौविक चक्रवर्ती को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।