राजद प्रमुख लालू यादव के करीबी जगदानंद सिंह ने दिया इस्तीफा!, तेजप्रताप यादव से नाराज हैं प्रदेश अध्यक्ष, जानिए पार्टी ने क्या कहा
By एस पी सिन्हा | Published: July 9, 2021 07:57 PM2021-07-09T19:57:20+5:302021-07-09T20:00:13+5:30
जगदानंद सिंह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. बताया जा रहा है कि सिंह ने अपना इस्तीफा राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को भेज दिया है.
पटनाः बिहार की राजनीति से आज उस समय हड़कंप मच गया, जब लालू के करीबी जगदानंद सिंह ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा है. दरअसल, जगदानंद सिंह लालू यादव के बडे़ बेटे तेजप्रताप यादव के रवैया से नाराज है. हालांकि खुद जगदानंद सिंह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. बताया जा रहा है कि जगदानंद सिंह ने अपना इस्तीफा राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को भेज दिया है.
जगदानंद सिंह को लालू परिवार का करीबी माना जाता है
वहीं इस्तीफे के सवाल पर जगदानंद सिंह ने कहा कि मुझसे बुलवाना आसान नहीं है और मीडिया में जो खबर चल रही है, उसको मैं नहीं रोक सकता हूं. बता दें कि दो साल पहले पार्टी के कई नेताओं के विरोध के बावजूद लालू यादव ने जगदानंद सिंह को राजद की कमान सौंपी थी. जगदानंद सिंह को लालू परिवार का करीबी माना जाता है.
इसके अलावा उनकी छवि काफी ईमानदार और कर्मठ नेता की रही है. वह रामगढ़ से विधायक और बक्सर से सांसद रह चुके हैं. लालू सरकार में वह जल संसाधन मंत्री भी रहे. इसबीच खबर है कि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का इस्तीफा अभी तक पार्टी अध्यक्ष लालू यादव ने मंजूर नहीं किया है. उन्होंने जगदानन्द सिंह को पद पर बने रहने को कहा है.
जगदानंद सिंह और लालू यादव के बडे़ बेटे तेजप्रताप यादव के बीच तनातनी
सूत्रों का कहना है कि लालू यादव इस पूरे मसले को बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, राजद ने इस्तीफे की खबर को बेबुनियाद बताया है. राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि विभिन्न समाचार चैनलों पर चलाये जा रहे राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से जगदानन्द सिंह जी के इस्तीफे की खबर को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि जानबूझकर किसी साजिश के तहत इस प्रकार की निराधार और भ्रामक खबर चलाई गई है. यहां उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से जगदानंद सिंह और लालू यादव के बडे़ बेटे तेजप्रताप यादव के बीच तनातनी की खबरें आती रहती थीं.
अभी चार दिन पहले राजद के स्थापना दिवस समारोह में भी तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह पर निशाना साधा था. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान मंच से ही कहा कि लगता है जगदानंद सिंह हमसे नाराज चल रहे हैं, इसलिए मेरी बातों पर हाथ उठाकर समर्थन नहीं करते. वह पहले भी जगदानंद सिंह का विरोध कर चुके थे. तब जगदानंद सिंह ने इसे परिवार का मामला बताया था.
आलोक मेहता राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे
जगदानन्द सिंह ने तेज प्रताप से कहा था कि वह पार्टी में भौंकने वाले नेताओं की फिक्र नहीं करते. इसतरह से जगदानंद सिंह और तेजप्रताप यादव के बीच विवाद की कोई नई बात नहीं है. इसबीच राजद के अंदरखाने से यह खबर भी निकलकर सामने आ रही है कि आलोक मेहता राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे. इसके पहले रामचंद्र पूर्वे की जगह पर जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे.
उधर, बिहार की सियासत को अच्छे से समझने वाले बताते हैं कि जगदानंद सिंह को पार्टी की प्रदेश इकाई की कमान सौंपकर लालू यादव ने बड़ा दांव चला था. जिस वक्त जगदानंद सिंह प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे, उससे कुछ समय पहले ही सवर्ण आरक्षण बिल का विरोध करने के चलते एक बडे़ वर्ग में राजद को लेकर काफी नाराजगी देखने को मिल रही थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में राजद एक भी सीट नहीं जीत सकी. रघुवंश प्रसाद सिंह समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता चुनाव हार गए थे. पार्टी सवर्णों में यह संदेश नहीं देना चाहती थी कि राजद अगड़ी जाति के खिलाफ है.