1985 के एयर इंडिया बम धमाके की वो घटना जिसमें आया था रिपुदमन सिंह मलिक का नाम, सभी 329 लोगों की हो गई थी मौत
By विनीत कुमार | Published: July 15, 2022 08:37 AM2022-07-15T08:37:26+5:302022-07-15T08:58:07+5:30
सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की हत्या के बाद 1985 में एयर इंडिया के फ्लाइट को बीच हवा में बम से उड़ाने की घटना एक बार फिर चर्चा में है। इस घटना में फ्लाइट में सवार सभी 329 लोगों की मौत हो गई थी।
ओटावा: सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सर्रे में गुरुवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। स्थानीय सीबीसी न्यूज ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि तीन गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी और मलिक के गले में भी गोली मारी गई।
मीडिया रिपोर्टों में स्थानीय पुलिस के हवाले से पुष्टि की गई है कि स्थानीय समय के अनुसार सुबह लगभग 9.30 बजे गोलियां चलाई गईं और एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि यह एक टार्गेट शूटिंग लग रहा है।
विवादों से रहा था रिपुदमन सिंह मलिक का नाता
रिपुदमन सिंह मलिक का विवादों से पुराना नाता रहा था। उन पर 1985 में एयर इंडिया की फ्लाइट को बम धमाके से उड़ाने के आरोप लगे थे। मामले में 20 सालों तक मुकदमा भी चला था और वे चार साल जेल में भी रहे। हालांकि बाद में उन्हें साल 2005 में बरी कर दिया गया था।
मलिक के साथ अजायब सिंह बागरी, इंद्रजीत सिंह रेयात भी उन तीन मुख्य आरोपियों में थे जिन पर एयर इंडिया फ्लाइट 182, इम्पेरर कनिष्क (बोइंग-747 एयरक्राफ्ट) को धमाके से उड़ाने के आरोप थे। ये घटना 23 जून 1985 की है जब मोंटरियल से दिल्ली जा रहे विमान को बीच रास्ते में हवा में बम से उड़ा दिया गया था। इस घटना में विमान में सवार सभी 329 लोगों की मौत हो गई थी। मामले में रेयात को दोषी ठहराया गया था और सजा हुई थी।
एयर इंडिया में धमाके की 1985 की वो घटना
घटना के बाद जांच में सामने आया था कि एयर इंडिया की उड़ान पर बम कना़डा के शहर वैंकूवर में रखा गया था। बम को एक सूटकेस में डालकर कार्गो में रखवा दिया गया था। इसके बाद आयरिश हवाई क्षेत्र में अटलांटिक महासागर के ऊपर 31,000 फीट की ऊंचाई पर विमान में धमाका हुआ था।
एयर इंडिया विमान में धमाके के दिन ही जापान के नरिता एयरपोर्ट पर भी धमाका हुआ था। इसमें दो लोगों की मौत हुई थी। बम एक बैग के अंदर रखा गया था जिसे वैंकूवर में कनाडाई पैसिफिक एयरलाइंस की उड़ान में रखा गया था और बाद में इसे बैंकॉक जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट-301 में रखा जाना था।
बाद में कनाडाई और भारतीय एजेंसियों ने जांच से निष्कर्ष निकाला कि दोनों बम विस्फोट एक-दूसरे से जुड़े थे और 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद कनाडा में स्थित सिख अलगाववादियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से पूरी साजिश को अंजाम दिया गया था।
पीएम मोदी की तारीफ में लिखी थी चिट्ठी
इस साल की शुरुआत में फरवरी में पंजाब चुनाव से पहले मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने सिखों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया था। साथ ही प्रधानमंत्री को बदनाम करने की एक 'सुनियोजित साजिश' के खिलाफ चेतावनी भी दी थी।
बताया जाता है कि कभी खालिस्तान के हिमायती रहे रिपुदमन सिंह मलिक कनाडा में रहते हुए अब भारतीय मूल के सिखों और पंजाबियों को अलगावादी नेताओं से दूर रहने की नसीहत देने में जुटे हुए थे।