नागपुर के अधिकांश राशन केंद्रों पर नहीं पहुंचा है पीएम योजना का चावल, दुकानदार और कार्डधारकों के बीच हो रहा झगड़ा
By रियाज अहमद | Published: April 25, 2022 09:47 PM2022-04-25T21:47:44+5:302022-04-25T21:53:39+5:30
नागपुर राशन दुकानदार संघ का दावा है कि इस महीने 20 अप्रैल तक पिछले मार्च महीने का अनाज नहीं पहुंचा था। गेहूं की आपूर्ति थोड़ी-बहुत हो रही है, लेकिन चावल बिल्कुल भी नहीं आ रहा है।
नागपुर: पिछले कई महीनों से नागपुर के राशन केंद्रों पर अनाज की आपूर्ति में देरी से होने के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनती जा रही है। जानकारी के मुताबिक देरी का यह सिलसिला लंबे समय से बदस्तूर जारी है।
अभी अप्रैल का महीना खत्म होने जा रहा है लेकिन नागपुर के अधिकांश राशन केंद्रों पर अब तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अनाज योजना का चावल नहीं पहुंचा है। वहीं सरकार के प्राधान्य गट योजना के अनाज की आपूर्ति में भी लेटलतीफी हो रही है।
नागपुर राशन दुकानदार संघ का दावा है कि इस महीने 20 अप्रैल तक पिछले मार्च महीने का अनाज नहीं पहुंचा था। गेहूं की आपूर्ति थोड़ी-बहुत हो रही है, लेकिन चावल बिल्कुल भी नहीं आ रहा है। इस वजह से कार्ड धारकों की समस्या बढ़ गई है लेकिन अन्न आपूर्ति विभाग मंद गति से ही काम कर रहा है।
दुकानदारों द्वारा बार-बार समस्या बताए जाने के बाद भी प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। वहीं इस बारे में पूछने के लिए संपर्क करने पर अधिकारी कॉल तक नहीं उठा रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत कार्ड धारकों को हर महीने प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज मुफ्त मिलता है।इसमें तीन किलो चावल और दो किलो गेहूं होता है। केंद्र सरकार ने इस योजना को सितंबर महीने तक के लिए बढ़ा दिया है।
इसके अलावा सस्ती दर पर पांच किलो अनाज भी बांटा जाता है। इसमें भी चावल दिया जाता है। दुकानदारों का कहना है कि दोनों ही योजना के चावल की आपूर्ति देरी से हो रही है। इस वजह से कई बार दुकानदार और कार्डधारक के बीच विवाद गहरा जाता है।
इस मामले में नागपुर राशन दुकानदार संघ के सचिव रितेश अग्रवाल ने कहा कि पिछले कई महीने से अनाज की आपूर्ति महीने के आखिर में हुई। मार्च महीने का अनाज अब जाकर मिला है। शहर में 681 राशन केंद्र हैं। अप्रैल का महीना भी खत्म होने जा रहा है, लेकिन अब तक इनमें से करीब 80 प्रतिशत दुकानों पर पीएम योजना का चावल नहीं पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि अनाज की आपूर्ति में देरी होने से वितरण करना कठिन हो रहा है। पहले वितरण 3 से 4 तारीख को आरंभ हो जाता था, लेकिन अब 10 तारीख के बाद ही शुरू करना पड़ रहा है।
इस बीच यह खबर भी आ रही है कि अनाज की कालाबाजारी भी जमकर हो रही है. लेकिन उस पर अंकुश लगाने के लिए भी प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं हो रही है। यशोधरा नगर, संघर्ष नगर, गड्डीगोदाम, खलासी लाइन, सैफीनगर, कलमना, लकड़गंज, बेसा, शांतिनगर, पांचपावली सहित कई इलाकों में पीएम योजना के अनाज की कालाबाजारी वाले सक्रिय हैं।