बिहार चुनाव को लेकर रिपब्लिक भारत-जन की बात के एक्जिट पोल में महागठबंधन 138 सीटें जीत सकता है। सर्वे में एनडीए को 91 से 117 सीटों का अनुमान जताया गया है। महागठबंधन के खाते में 118 से 138 सीटें जा सकती हैं। एलजेपी को 5 से 8 सीट का अनुमान है, अन्य को 3 से 6 सीटें जाने का अनुमान है।
रिपब्लिक भारत और जन की बात के एक्जिट पोल के मुताबिक, बिहार चुनाव में एनडीए से चुनाव लड़ने वाली एलजेपी ने जेडीयू को करीब 25 सीटों पर नुकसान पहुंचाया है। R Bharat और जन की बात के सर्वे में NDA को 37-39 फीसदी वोट, महागठबंधन को 40-43 फीसदी वोट, LJP को 7-9 फीसदी वोट, अन्य को 9-11 फीसदी वोट, HAM को 1.5-2 फीसदी वोट का अनुमान है।10 नवंबर को आएंगे परिणाम
अब सबकी निगाहें 10 नवंबर को चुनाव परिणाम पर टिक गई हैं। इसबार के चुनाव में एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दिए तो दूसरी ओर राजद नेता व महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पद के शुभारंभ के लिए दिन-रात एक किए। अब चुनाव के नतीजे बताएंगे कि जनता नीतीश कुमार को आशीर्वाद देकर ‘अंत भला तो सब भला’ करती है या तेजस्वी को ‘तय’ करती है। बिहार विधानसभा चुनाव में आखिरी चरण की 78 सीटों पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है।
ये रहे बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
बता दें कि 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के महागठबंधन ने इस इलाके में जबर्दस्त जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार समीकरण बदल चुके हैं। अंतिम चरण तय करेगा कि किसकी सरकार बनेगी। इस चरण की बाजी किसके हाथ लगेगी। यह तय करने में 18 से 19 साल आयु वाले कुल चार लाख 32 हजार 765 फर्स्ट टाइम वोटर की बहुत बड़ी भूमिका रहेगी।
इसी ताकत के चलते हर पार्टी और उम्मीदवारों की नजर युवाओं और नये मतदाताओं पर टिकी है। इस चुनाव में सभी दलों ने सोशल मीडिया का खूब सहारा लिया। भाजपा पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं पर ज्यादा फोकस कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी हर रैली में पुराने मतदाताओं को संबोधित करते यह दोहराते रहे हैं कि ‘नयी पीढ़ी को जरूर बता दीजियेगा कि 15 साल पहले क्या- क्या होता था’।