गणतंत्र दिवस 2024 होगा खास, कर्तव्य पथ पर परेड में केवल महिलाओं की होगी भागीदारी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 7, 2023 09:16 PM2023-05-07T21:16:56+5:302023-05-07T21:18:42+5:30
रक्षा मंत्रालय ने 1 मार्च को भाग लेने वाले बलों, मंत्रालयों और विभागों को औपचारिक रूप से एक पत्र जारी किया। इस पत्र में कहा गया है कि विस्तृत विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है कि कर्तव्य पथ पर परेड में शामिल होने वाली टुकड़ियों (मार्चिग और बैंड), झांकी और अन्य प्रदर्शनों में केवल महिला प्रतिभागी होंगी।
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस 2024 के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान एक अलग नजारा देखने को मिल सकता है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि गणतंत्र दिवस 2024 पर परेड के दौरान मार्च और बैंड टुकड़ियों के साथ-साथ झांकी और अन्य प्रदर्शनों में "केवल महिला प्रतिभागियों" को देखा जा सकता है।
मार्च में जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया था कि रक्षा मंत्रालय आगामी गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की योजना बना रहा है। ज्ञापन तीनों सेवाओं और परेड की योजना बनाने वाले विभागों को परिचालित किया गया था और इसमें उल्लेख किया गया था कि ऐसा प्रस्ताव विचाराधीन है।
रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने की अध्यक्षता में हुई बैठक में सेना, नौसेना, वायु सेना, गृह मंत्रालय, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया था। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बैठक के लगभग एक महीने बाद, रक्षा मंत्रालय ने 1 मार्च को भाग लेने वाले बलों, मंत्रालयों और विभागों को औपचारिक रूप से एक पत्र जारी किया। इस पत्र में कहा गया है कि विस्तृत विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है कि कर्तव्य पथ पर परेड में शामिल होने वाली टुकड़ियों (मार्चिग और बैंड), झांकी और अन्य प्रदर्शनों में केवल महिला प्रतिभागी होंगी।
पिछले कुछ वर्षों में गणतंत्र दिवस के दौरान महिला टुकड़ियों और महिला अधिकारियों ने वार्षिक परेड में भाग लिया है जिसमें प्रमुख सैन्य टुकड़ी भी शामिल है। हालांकि अब तक ऐसा नहीं हुआ है कि परेड में केवल महिलाएं शामिल हुई हों। अब तक महिलाओं को ज्यादातर प्रतिनिधित्व की भूमिका में देखा गया है।
कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सरकार के इस फैसले से चकित भी हैं क्योंकि कई सैन्य टुकड़ियां और विभाग ऐसे हैं जो हर साल परेड में हिस्सा लेते हैं लेकिन उनमें महिलाओं की संख्या इतनी है ही नहीं कि सिर्फ वही प्रतिनिधित्व कर सकें। सिर्फ महिलाओं के साथ परेड संपन्न करना एक बड़ी चुनौती होगी।
2015 में, पहली बार तीनों सेवाओं में से प्रत्येक से एक महिला टुकड़ी ने परेड में मार्च किया था। 2019 में कैप्टन शिखा सुरभि सेना की डेयरडेविल्स टीम के हिस्से के रूप में बाइक स्टंट करने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं। 2021 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत परेड में भाग लेने वाली पहली महिला लड़ाकू पायलट बनीं। अब अगले गणतंत्र दिवस परेड को खास बनाने की तैयारी के लिए सैन्य अधिकारी चर्चा कर रहे हैं कि सिर्फ महिला के साथ परेड पूरा करने के आदेश को कैसे लागू किया जाए।