मसूद अजहर पर चीन ने अपनाया नरम रुख, चीनी राजदूत ने कहा- भरोसा कीजिए, मामले को सुलझाया जाएगा!
By स्वाति सिंह | Published: March 17, 2019 02:22 PM2019-03-17T14:22:52+5:302019-03-17T14:22:52+5:30
पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा वैश्विक आतंकवादी के तौर पर चिह्नित किए जाने के प्रस्ताव पर चीन ने विरोध किया था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने में अड़ंगा लगाने के बाद भारत आए चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने कहा कि मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा।
समाचार एजेंसी समाचार के मुताबिक लुओ झाओहुई ने कहा' यह टेक्निकल होल्ड है। यानि ये कि इस मामले पर विचार और अध्ययन करने लिए समय लिया गया है। मेरा विश्वास करें, यह मामला सुलझ जाएगा।' झाओहुई ने आगे कहा 'मसूद अजहर के मुद्दे को हम पूरी तरह से समझते हैं और इसपर भरोसा भी करते हैं। इस मुद्दे पर हम भारत की चिंता भी बखूबी समझते हैं। यह मामला सुलझा लिया जाएगा।'
#WATCH Chinese Ambassador to India Luo Zhaohui speaks to ANI over China blocks India's bid to designate M Azhar as global terrorist in UNSC, says "...It'll be resolved, it's only a technical hold which means there is time for continued consultations. It'll be resolved believe me" pic.twitter.com/NXZAwdyDnk
— ANI (@ANI) March 17, 2019
Chinese Ambassador to India Luo Zhaohui to ANI: Regarding Masood Azhar we fully understand and we fully believe this matter. We understand India’s concerns and are optimistic this matter will be resolved.
— ANI (@ANI) March 17, 2019
बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था। इस हमले में 40 जवानों की मौत हो गई थी।
पुलवामा हमले के बाद, अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव फ्रांस, ब्रिटेन एवं अमेरिका की ओर से 27 फरवरी को रखा गया था।
13 मार्च चीन ने चौथी बार वीटो पावर का इस्तेमाल करके मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर रोक लगाई है।