राम मंदिर निर्माण: 10 जून से अयोध्या में काम शुरू, रुद्नाभिषेक के साथ रखी जाएगी पहली ईंट
By अजीत कुमार सिंह | Published: June 8, 2020 09:04 PM2020-06-08T21:04:13+5:302020-06-08T21:04:13+5:30
लॉकडाउन के बाद 10 जून से अयोध्या में राम मंदिर शुरू होगा. इससे पहले रामजन्मभूमि स्थल पर कुबेर टीला मंदिर में भगवान शिव की पूजा होगा. ‘‘रुद्राभिषेक’’ अनुष्ठान भगवान राम द्वारा निर्धारित परंपरा का पालन है. अनुष्ठान 10 जून को सुबह 8 बजे से शुरू होगा. जिसके बाद नींव रखने के बाद मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा.
अयोध्या: लॉकडाउन खुलते ही राम मंदिर के निर्माण का एलान भी हो गया. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 10 जून यानी बुधवार से शुरू होगा. 10 जून को ही मंदिर की नींव के लिए पहली ईंट रखी जाएगी. इस बडे़ मौके पर राम जन्मभूमि स्थल पर कुबेर टीला मंदिर में भगवान शिव की पूजा की जाएगी. नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने ने अपने एक ऐतिहासिक फैसले में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करते हुये रामजन्मभूमि स्थल को मंदिर निर्माण के लिए आवंटित करने का फैसला सुनाया था.
रुद्राभिषेक के बाद निर्माण होगा शुरू
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास के प्रवक्ता महंत कमल नयन दास ने कहा, ‘‘रुद्राभिषेक’’ अनुष्ठान भगवान राम द्वारा निर्धारित परंपरा का पालन है, जिन्होंने लंका पर आक्रमण करने से पहले भगवान शिव की पूजा की थी. मंदिर की नींव रखने का कार्य इन विशेष पूजाओं के बाद शुरू होगा. महंत नृत्य गोपाल दास की ओर से कमल नयन दास और अन्य पुजारीगण पूजा करेंगे. ये अनुष्ठान 10 जून को सुबह आठ बजे से शुरू होगा. गोपाल दास ने हाल ही में स्थल का दौरा किया था. कमल नयन दास ने कहा, ‘‘यह धार्मिक अनुष्ठान कम से कम दो घंटे तक चलेगा और उसके बाद मंदिर की नींव रखने के साथ ही भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा.’’
मार्च में, राम लला की मूर्ति को स्थल पर बने अस्थायी मंदिर से नए स्थान पर ले जाया गया. लॉकडाउन के दौरान 11 मई को स्थल को समतल करने के लिए मशीन तैनात की गई थी.
मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम
लॉकडाउन के बाद आज से उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. कोरोना वायरस संक्रमण बचने के लिए मंदिर सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक और उसके बाद 3 बजे से शाम 6 बजे तक प्रतिदिन 8 घंटे के लिए खुलेगा. हालंकि पहले दिन ज्यादा श्रद्धालु नहीं पहुंचे. अनलॉक 1 में 5 व्यक्तियों की मौजूदगी की सीमा तय है. भक्तों 15 मीटर की दूरी से रामलला की मूर्ति के दर्शन कर पाएंगे.
योगी आदित्यनाथ ने की गोरखपुर में पूजा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की. योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर भी है. देश भर में धार्मिक स्थल 8 जून से ही लोगों के लिए खोल दिए गए हैं लेकिन दो महीने से ज्यादा वक्त के इस लॉकडाउन के बाद राम मंदिर निर्माण एक बार फिर चर्चा के केंद्र में लोटेगा. बीजेपी अध्योध्या में जल्दी से जल्दी मंदिर निर्माण शुरू करना चाहती है, क्यों यूपी के विधानसभा चुनाव बहुत दूर नहीं है. 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं.
Gorakhpur: Chief Minister Yogi Adityanath offers prayers at Gorakhnath Temple.
— ANI UP (@ANINewsUP) June 8, 2020
Government has allowed re-opening of places of worship from today. pic.twitter.com/tugUioZ59h
अयोध्या में खुला रामजन्मभूमि ट्रस्ट का कैंप ऑफिस
आज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम देखने के लिए गठित ट्रस्ट ने राम जन्मभूमि पर अपना कैंप ऑफिस भी खोल दिया. इस ऑफिस के खोलने से पहले कुछ अनुष्ठान भी किए गए.
अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर में भक्तों का आना शुरू
धार्मिक स्थलों के खुलने के पहले दिन अयोध्या में हनुमान गढ़ी जैसे दूसरे प्रसिद्ध मंदिर पर भक्तों का आना शुरू हो चुका है लेकिन यहां पहले की तरह भक्तों की भीड़ नहीं है. आम दिनों में यहां हज़ारों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए उमड़ते हैं. हनुमान गढ़ी मंदिर के मुख्य पुजारी मंहत राजू दास कहते हैं " हम चाहते हैं कि लोग घरों में ही रहें, खासतौर पर बुजुर्ग और बच्चे. फिलहाल मंदिर में स्थानीय लोग आ रहे हैं. अभी बाहर से श्रद्धालु यहां नहीं आ रहे हैं."
नवंबर 2019 में, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था कि अयोध्या में तत्कालीन विवादित भूमि पर भगवान राम के लिए मंदिर के निर्माण के लिए सरकार द्वारा संचालित ट्रस्ट बनाया जाए. साथ ही मुसलमानों को जिले में कहीं और पांच एकड़ का "उपयुक्त" भूखंड दिया जाएगा.
इनपुट भाषा