Breaking: तीन तलाक बिल पर राज्यसभा में हंगामा, 2 जनवरी तक सदन हुआ स्थगित
By विकास कुमार | Published: December 31, 2018 02:46 PM2018-12-31T14:46:39+5:302018-12-31T14:51:11+5:30
केंद्र सरकार का कहना है कि कांग्रेस ने बिल को सेलेक्ट कमिटी के पास भेजने का किसी भी प्रकार का नोटिस नहीं दिया है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बिल को स्टैंडिंग कमिटी के पास भेजने को कहा है।
राज्यसभा में तीन तलाक बिल को लेकर विपक्षी पार्टियों के हंगामे के कारण सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। उपसभापति ने पहले सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित किया और उसके बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। कल नए साल की छुट्टी के कारण अब बिल बुधवार को ही फिर से पेश किया जायेगा। हंगामे के कारण बिल को पेश नहीं किया जा सका।
केंद्र सरकार का कहना है कि कांग्रेस ने बिल को सेलेक्ट कमिटी के पास भेजने का किसी भी प्रकार का नोटिस नहीं दिया है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बिल को स्टैंडिंग कमिटी के पास भेजने को कहा है। सेलेक्ट कमिटी तो न्यूनतम मांग है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के प्रस्ताव पर चर्चा किए बगैर इस बिल पर चर्चा मुमकिन नहीं है।
आजाद ने कहा कि यह बिल काफी अहम है और कई लोगों की जिंदगी से जुड़ा है। इसे बगैर किसी कमेटी में भेजे पारित करना ठीक नहीं है, सरकार बिल को पारित कराना चाहती है, सिर्फ इसके लिए इसे नहीं पारित किया जाना चाहिए।
सरकार विपक्षी पार्टियों से बिल को पारित करवाने की मांग कर रही है। लेकिन सरकार और विपक्ष के बीच लगातार तकरार बना हुआ है।
एनडीए की राज्यसभा में संख्या बढ़ी है लेकिन विपक्ष अभी भी बहुमत में हैं। राज्यसभा में अभी कूल सदस्यों की संख्या 244 है, जिसमें 4 मनोनीत हैं। एनडीए के सांसदों की संख्या 97 है, वहीं विपक्ष के कूल सांसदों की संख्या 115 है। जो पार्टियां बिल को कमिटी के पास भेजने का मांग कर रही हैं, उनमें टीएमसी, सीपीएम, आम आदमी पार्टी और एआइएडीएमके भी शामिल है।