रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को गुरुवार को प्रमुख कैबिनेट कमेटियों में जगह नहीं मिली थी लेकिन देर शाम उनका नाम शामिल कर लिया गया। कैबिनेट सेक्रेट्रिएट की वेबसाइट में राजनाथ सिंह को कैबिनेट की संसदीय मामले, राजनीतिक मामले, निवेश और रोजगार कमेटियों में शामिल कर लिया गया है। इससे पहले हुई घोषणा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को सिर्फ 2 कमेटियों में जगह मिली थी। । पूर्ववर्ती सरकार में गृह मंत्री और मौजूदा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले छह समितियों के सदस्य थे लेकिन इस बार उन्हें सिर्फ दो समितियों- आर्थिक मामलों और सुरक्षा संबंधी समितयों का सदस्य बनाया गया था। देर शाम सुधार करते हुए उन्हें चार अन्य कैबिनेट कमेटियों का सदस्य बना दिया गया।
शाह का दबदबा
सरकार ने मंत्रिमंडल की जिन आठ समितियों का गठन किया है, गृह मंत्री अमित शाह उन सभी में शामिल हैं और इससे नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उनका महत्व प्रदर्शित होता है। शाह जहां इन सभी समितियों में शामिल हैं, वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक को छोड़कर सभी समितियों की सदस्य हैं।
कैबिनेट कमेटियों में मौजूद नामों से इस बात का पता चलता है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कौन कितना ताकतवर है। गृह मंत्री अमित शाह सभी 8 कैबिनेट समितियों के मेंबर हैं। इससे उनके कद का अंदाजा लगाया जा सकता है।
भाजपा के अध्यक्ष शाह के सरकार में भी होने पर कई राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि नयी सरकार में शाह दूसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होंगे। नयी नियुक्ति ने उनकी स्थिति को और मजबूत बना दिया है। शाह ने चार जून को कच्चे तेल से संबंधित मुद्दों पर सीतारमण के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य और रेल मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई कैबिनेट मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक की अध्यक्षता की थी।
कौन किस कमेटी में शामिल
अमित शाह के बाद सबसे ज्याद 7 कमेटियो में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हैं। वहीं पीयूष गोयल 5 और नितिन गडकरी तथा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चार-चार कमेटियों में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय और आवास कमेटी को छोड़कर अन्य सभी में हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर