अब सावरकर की क्रांतिकारी जीवनी नहीं अंग्रेजों से दया मांगने वाली कहानी पढ़ाई जाएगी, गहलोत सरकार ने बदला सिलेबस
By भाषा | Published: May 13, 2019 07:29 PM2019-05-13T19:29:19+5:302019-05-13T19:29:19+5:30
राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के इस कदम का बचाव करते हुए सोमवार को कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने महात्मा गांधी व जवाहर लाल नेहरू जैसी विभूतियों की भूमिका को कमतर कर आरएसएस विचारक वीर सावरकर तथा दीनदयाल उपाध्याय का महिमामंडन किया था।
राजस्थान की नयी कांग्रेस सरकार ने स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम में वीर सावरकर से जुड़े पाठ के तथ्यों में कुछ बदलाव किया है। इसको लेकर कांग्रेस तथा भाजपा आमने सामने आ गए हैं।
राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के इस कदम का बचाव करते हुए सोमवार को कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने महात्मा गांधी व जवाहर लाल नेहरू जैसी विभूतियों की भूमिका को कमतर कर आरएसएस विचारक वीर सावरकर तथा दीनदयाल उपाध्याय का महिमामंडन किया था।
डोटासरा ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पाठ्यक्रम समीक्षा समिति बनाई गयी थी। इसने लिखा है कि वीर सावरकर ने ब्रिटिश सरकार से माफी मांगी थी, इस तथ्य को उनकी जीवनी में जोड़ा गया है। दरअसल, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने कुछ साल पहले तैयार पाठ्यक्रम में सावरकर को वीर, महान देशभक्त बताया था।
According to Govind Singh Dotasara = Education Minister of Rajasthan,
— चौकीदार Jiggs 🇮🇳 (@Sootradhar) May 13, 2019
Maharana Pratap wasn't a great leader !!!
Akbar was a great man, school text books will be changed accordingly. pic.twitter.com/i0zvMEgNXD
अब इसमें जोड़ा गया है कि सावरकर ने जेल की यातनाओं से परेशान होकर ब्रिटिश हुकूमत से माफी मांगी थी। पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने राज्य सरकार के कदम पर कटाक्ष करते हुए ट्वीटर पर लिखा है, ‘'महाराणा प्रताप के बाद अब प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा हिंदुत्व विरोधी मानसिकता से महान राष्ट्रभक्त वीर सावरकर का अपमान, एक परिवार विशेष को पूजने वाली पार्टी का अन्य महापुरुषों के बारे में सदैव ऐसा ही आचरण रहा है।’'
डोटासरा ने कहा, ‘'समिति ने ठोस तथ्यों के आधार पर अपनी बात लिखी है जिसे पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। उसके पास साक्ष्य हैं। उनके आधार पर लिखा है कि वीर सावरकर ने माफी के लिए दर्खास्त दी थी। यह बात ऐसे ही कोई नहीं लिख सकता।'’
भाजपा के विरोध पर शिक्षा मंत्री ने कहा,‘' भाजपा के पेट में बल पड़ता होगा। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हम इतिहास में जो है वही पढाएंगे।'’ डोटासरा ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर शिक्षा विभाग को प्रयोगशाला बना देने का आरोप लगाया।