राजस्थान पंचायत चुनावः 897 ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंचों के लिए मतदान, 12 बजे तक 38.91 प्रतिशत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 10, 2020 02:39 PM2020-10-10T14:39:28+5:302020-10-10T14:39:28+5:30
राज्य निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि मतदान सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुआ और दोपहर 12 बजे तक 38.91 प्रतिशत मतदान हुआ।
जयपुरः राजस्थान में ग्राम पंचायतों के लिए चौथे व अंतिम चरण का मतदान शनिवार सुबह शुरू हुआ। इस चरण में 897 ग्राम पंचायतों में पंच सरपंचों के चुनाव के लिए मतदान हो रहा है।
राजस्थान में शनिवार को 897 ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंचों के चुनाव के लिए दोपहर 12 बजे तक 38.91 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि मतदान सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुआ और दोपहर 12 बजे तक 38.91 प्रतिशत मतदान हुआ।
मतदान शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। इस चरण में कुल 30,56,742 मतदाता हैं। जिन 897 ग्राम पंचायतों में चुनाव हो रहा है वहां सरपंच पद के लिए 4629 उम्मीदवार हैं। 26 सरपंच पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं।
अंतिम चरण की 32 पंचायत समितियों की 897 ग्राम पंचायतों में शनिवार को मतदान किया जा रहा
पंचायती राज संस्थाओं के चौथे और अंतिम चरण की 32 पंचायत समितियों की 897 ग्राम पंचायतों में शनिवार को मतदान किया जा रहा है। जो अब तक कुल 37 प्रतिशत रहा। जिसमें 30 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें सरपंच के पदों के लिए 4629 और पंच पदों के लिए 11373 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि सरपंच के 26 और पंच के 3714 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है।
इन पंचायतों के 4339 मतदान केंद्रों पर 30 लाख 56 हजार 742 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिनमें से 15 लाख 97 हजार 612 पुरुष, 14 लाख 59 हजार 111 महिलाएं और 19 अन्य मतदाता शामिल हैं। मतदान समाप्ति के बाद सभी पंचायत मुख्यालयों पर मतगणना करवाई जाएगी। जिसके परिणाम देररात तक सामने आएंगे।
4 चरणों में चुनाव हो रहा है। पहला चरण 28 सितंबर को पूरा हो चुका
इस बार 4 चरणों में चुनाव हो रहा है। पहला चरण 28 सितंबर को पूरा हो चुका है। जबकि दूसरा चरण 3 अक्टूबर और तीसरा चरण 6 अक्टूबर को हो चुका। चौथे चरण 10 अक्टूबर यानी आज हो रहा है। चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आचार सहिंता लागू कर दी गई थी।
बता दें कि पंचायत चुनाव अप्रैल माह में होने थे। हालांकि, कोरोना के कारण टल गए थे। बाद में कोर्ट द्वारा इन चुनाव को 15 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था। कोरोना को ध्यान मे रखते हुए मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या को 1100 से घटाकर 900 कर दिया गया है। साथ ही, मतदान केंद्रों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।