राजस्थान के सरकारी स्कूलों में लड़कियों को नहीं पढ़ाएंगे 50 साल से कम उम्र के पुरुष शिक्षक, यौन-उत्पीड़न को रोकने के लिए उठाया ये कदम
By स्वाति सिंह | Published: October 19, 2019 01:26 PM2019-10-19T13:26:54+5:302019-10-19T13:36:48+5:30
राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद दोतासरा ने शुक्रवार को इस अजीबोगरीब फैसले का ऐलान किया है। सरकार के इस फैसले को सोशल मीडिया पर बचकाना बताया जा है।
राजस्थान के सरकारी स्कूल में 50 साल से कम उम्र के पुरुष शिक्षक नहीं पढ़ाएंगे। राजस्थान सरकार ने यह फैसला यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए उठाया है। राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद दोतासरा ने शुक्रवार को इस अजीबोगरीब फैसले का ऐलान किया है।
स्कूलों में अब पुरुष शिक्षकों की जगह पर महिला शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। सरकार के इस फैसले को सोशल मीडिया पर बचकाना बताया जा है। हालांकि राज्य शिक्षा मंत्री गोविंदा दोतासरा ने यह भी कहा कि यह फैसला तभी लागू होगा जब हमारे पास पर्याप्त संख्या में महिला शिक्षक होंगी।
छात्राओं के लिए भी मध्याह्न भोजन
उधर, राजस्थान सरकार कक्षा नौ से 12 वीं तक की छात्राओं को भी मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) योजना के दायरे में लाना चाहती है और उसने इसमें केंद्र से सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार कक्षा नौ से 12 तक की छात्राओं को भी मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने की इच्छुक है। हम बहुत जल्द कार्रवाई करना चाहते हैं और इस बारे में केंद्र से सहायता का अनुरोध किया है।’’ उन्होंने कहा कि राज्य भी इसके लिए बजट का प्रावधान करेगा। यहां शिक्षा संकुल में मंत्री ने कहा कि लड़कियों के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ-साथ पोषण भी उतना ही जरूरी है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा दे रही है और उनके समग्र विकास के लिए काम कर रही है।’’ और पहली से आठवीं कक्षा के लिए मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निगरानी सभी स्तरों पर की जा रही है। रसोइयों और सहायकों के प्रशिक्षण की एक अलग व्यवस्था की गई है।