राजस्थान को जैव विविधता संरक्षण में फ्रांस का मिला समर्थन
By भाषा | Published: August 28, 2021 07:28 PM2021-08-28T19:28:08+5:302021-08-28T19:28:08+5:30
फ्रांसीसी विकास एजेंसी ‘फ्रैंसेज डी डेवलपमेंट (एएफडी) राजस्थान के पूर्वी जिलों में वन एवं जैव विविधता के सरंक्षण के लिए किए जा रहे सरकारी प्रयासों की आर्थिक मदद करेगी। एक बयान के अनुसार एएफडी के भारत में निदेशक ब्रूनो बोस्ले ने यहां वन विभाग की प्रमुख सचिव श्रेया गुहा व मुख्य सचिव निरंजन आर्य से राजस्थान वानिकी व जैव विविधता परियोजना पर चर्चा की। बयान के मुताबिक फ्रांस की एजेंसी द्वारा इस परियोजना में निवेश किया जाएगा। इसके तहत स्थानीय समुदाय के साथ-साथ् 1200 स्वयं सहायता समूहों की मदद से परियोजना लागू की जाएगी। प्रमुख सचिव गुहा ने कहा कि इस परियोजना के सफल क्रियान्वन के लिए स्थानीय समुदायों की भागेदारी अहम होगी, इन्हें इस उद्देश्य से जोड़ने के लिए परियोजना के अधीन आय के ऐसे साधनों को बढ़ावा दिया जायेगा जो स्थानीय प्राकृतिक सम्पदा संरक्षण के अनुकूल हों। उन्होंने बताया कि जैव विविधता संरक्षण परियोजना के अन्तर्गत अलवर, बारां, भीलवाड़ा, भरतपुर, बूंदी, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, सवाईमाधोपुर और टोंक जिलों को लक्षित किया गया है। इस परियोजना के तहत 33,000 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही करीब 40,000 हेक्टेयर में वन क्षेत्र भी सघन होगा। इसमें स्थानीय मान्यता में पवित्र माने जाने वाले ओरान क्षेत्र में 3000 हेक्टेयर संरक्षण प्रबंधन किया जाएगा। इससे वन क्षेत्र के बाहर भी पौधरोपण कार्य को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना वनों की बहाली पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। इसके साथ ही भरतपुर में जैव विविधता उद्यान स्थापित करने का भी प्रस्ताव किया गया है।
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