दिल्ली में केंद्रिय नेतृत्व के साथ हुई बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश नेतृत्व के पैनल को अस्वीकार कर प्रदेश के बडे नेताओं को फिर से नाम तय करने की जिम्मेदारी दी है। शाह की ओर से तैयार करवाये जा रहे इस ग्राउंड रिपोर्ट कार्ड के लिये 23 नेताओं को 33 जिलों की कमान दी गयी है। इन 23 नेताओं को तय फोर्मेट के आधार पर जिलेवार विधानसभा की सीटों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करनी है। सर्वे पूर्ण होने के बाद दो दिन तक कोर कमेटी की बैठक होगी। ग्राउंड रिर्पोट में ये नेता विधानसभावार जातीय समीकरण, दावेदारों की जीत का आधार, जातीय वोट बैंक आदि का सर्वे करेंगे।
दूसरी ओर भाजपा की ओर से प्रदेशभर में बूथ महासंपर्क अभियान की शुरूआत की गयी है। इसके तहत आज जयपुर में राजस्थान चुनाव प्रभारी प्रकाश जावडेकर, कालीचरण सरार्फ सहित कई नेताओं ने लोगों से बातचीत की और भाजपा की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। चार नवंबर तक चलने वाले इस अभियान में करीब 10 लाख कार्यकर्ता लोगों तक भाजपा के किये गये विकासात्मक कार्यों की जानकारी पहुंचायेंगे। राजस्थान में 52 हजार बूथ हैं इनमें से सभी बूथों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
इधर झालावाड़ में भाजपा के 2 से 4 नवम्बर तक चल रहे बूथ महाजनसम्पर्क अभियान के तहत सुनेल कस्बे में आयोजित बूथ सम्मेलन को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि कांग्रेस दिन में ही सपने देख रही है। सचिन पायलट अभी से मुख्यमंत्री बन गये हंै। उन्होंने तो अपना मंत्रिमंडल भी बना लिया है। विभाग भी बांट दिये हैं, पर शायद वो भूल गये कि राजस्थान में ‘जन-जन भाजपा, हर मन भाजपा’ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गलत फहमी हो गई है कि वह सरकार बना लेगी। कांग्रेस भूल गई है कि जनता तो उसी को सर आंखों पर बिठाती है जो उसके लिए काम करता है और वो है भाजपा। भाजपा की सरकार ने प्रदेश में पांच साल में जो काम किया है, वह कांग्रेस 50 साल में भी नहीं कर पाई। श्रीमती राजे ने कहा कि सचिन पायलट ने झालावाड़ में राहुल की विशाल सभा रखी, लेकिन जब उसमें लोग नहीं पहुंचे तो तो पायलट ने विशाल सभा को बदलकर रोड शो कर दिया। मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि ‘रोड हमारा और शो उनका।’
वहीं चुनाव के लिये जोधपुर व पाली जिलों की सीटों पर जिताऊ प्रत्याशी चयन करने के लिये गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया रोहट पहुंच चुके है। वे यहां दोनों जिलों की सभी सोलह सीटों पर पार्टी के पदाधिकारियों से राय ले रहे है।नए सिरे से की जा रही इस कवायद में टिकट की होड़ में अब तक सबसे आगे माने जा रहे कुछ दावेदारों के समीकरण पूरी तरह से गड़बड़ा गए है। वहीं कई नए नाम उभर कर सामने आ रहे है।
जोधपुर जिले की शेरगढ़, ओसियां, लोहावट, भोपालगढ़ में वर्तमान विधायकों के साथ फलोदी में वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह विश्नोई का नाम लगभग तय है। शेष पांच सीटों पर पार्टी नए सिरे से मंथन कर रही है।
जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के सर्वे में अब तक तीन नाम जिनमें वर्तमान विधायक कैलाश भंसाली के भतीजे अतुल भंसाली, उप महापौर देवेन्द्र सालेचा व जितेन्द्र लोढ़ा प्रमुखता से उभर कर सामने आ रहे है। मुख्यमंत्री का खेमा भंसाली को तथा सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत का गुट सालेचा के पक्ष में है। दोनों नाम पर सहमति नहीं बनने के पश्चात संघ पृष्ठभूमि वाले परिवार के लोढ़ा का नाम उभर कर सामने आया है।
इसी तरह पार्टी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने सरदारपुरा में किसी ऐसे दमदार प्रत्याशी का नाम सामने आया नहीं है। पार्टी यहां से गहलोत के सजातीय नरेन्द्र सिंह कच्छवाह या राजपूत प्रत्याशी के तौर पर जेडीए चेयरमैन महेन्द्र सिंह व शंभूसिंह खेतासर के नाम पर भी विचार कर सकती है।
सूरसागर विधासनभा क्षेत्र में पार्टी किसी नए चेहरे की तलाश में है। इसमें पार्टी संगठन से जुड़े और संघ पृष्ठभूमि वाले हेमंत घोष का नाम सभी दावेदारों के बीच में से उभर कर सामने आ रहा है। उनके अलावा महापौर घनश्याम ओझा भी दौड़ में है। पार्टी यहां से किसी युवा चेहरे की तलाश में है। इतना तय है कि पार्टी यहां से किसी ब्राह्मण को ही टिकट प्रदान करेगी।
लूणी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी इस बार नया प्रयोग करने के मूड में है। यहां से पार्टी मारवाड़ के कद्दावर जाट नेता व राज्य सभा सांसद रामनारायण डूडी पर दाव खेल सकती है। डूडी के माध्यम से पार्टी को मारवाड़ के जाट मतदाताओं को साधने में सुविधा रहेगी। डूडी को मैदान में उतारने का लाभ उसे अन्य सीटों पर भी मिलेगा। बिलाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पार्टी इस बार नया चेहरा तलाश कर रही है।