Rajasthan Congress Crisis: गहलोत खेमे के शांति धारीवाल ने घेरा कांग्रेस आलाकमान को, बोले- 'नाराज विधायक गद्दारों के पुरस्कार को बर्दाश्त नहीं करेंगे'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 26, 2022 09:08 PM2022-09-26T21:08:24+5:302022-09-26T21:12:51+5:30
गहलोत खेमे की ओर से राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कांग्रेस महासचिव अजय माकन के आरोपों पर पलटवार करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि वह पार्टी के विधायकों से पक्षपातपूर्ण तरीके से बात कर रहे थे।
जयपुर: राजस्थान कांग्रेस विवाद में अशोक गहलोत खेमा किसी भी कीमत पर झुकने के लिए तैयार नहीं दिखाई दे रहा है और गहलोत-पायलट खेमे के बीच चल रहा यह शीत युद्ध अब भद्दी शक्ल लेने लगा है। जयपुर से दिल्ली तक कांग्रेस के गलियारे में उठे इस तुफान को शांत कर पाने में कांग्रेस हाईकमान बेबस नजर आ रहा है।
कांग्रेस संगठन को लग रहा है कि गहलोत खेमे के विधायक अनुशासनहीनता कर रहे हैं, वहीं बागी विधायकों को लग रहा है कि अशोक गहलोत की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी होने के बाद केंद्रीय कमान उनके उपर सचिन पायलट को थोप रहा है।
इसी क्रम में गहलोत खेमे की ओर से हमले और तेज हो गये हैं। राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री और सीएम अशोक गहलोत के वफादार शांति धारीवाल ने कांग्रेस महासचिव अजय माकन के आरोपों पर पलटवार करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि वह पार्टी के विधायकों से पक्षपातपूर्ण तरीके से बात कर रहे थे।
मंत्री धारीवाल ने सचिन पायलट पर हमला करते हुए माकन के कार्यशैली की आलोचना की और उनका नाम न लिये बगैर कहा, "राजस्थान के विधायक गद्दारों को पुरस्कृत करना बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे व्यक्ति को सीएम बनाने के लिए एक महासचिव खुद प्रचार कर रहे हैं, ऐसे में ज़ाहिर तौर पर विधायकों को नाराज़ होना ही था। मेरे पास नाराज़ विधायकों के फोन आए थे।"
राजस्थान के MLA गद्दारों को पुरस्कृत करना बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे व्यक्ति को CM बनाने के लिए एक महासचिव खुद प्रचार कर रहे हैं, ऐसे में ज़ाहिर तौर पर MLA को नाराज़ होना ही था। मेरे पास नाराज़ MLA के फोन आए: राजस्थान सरकार में मंत्री शांति धारीवाल#Rajasthanpoliticspic.twitter.com/pLx4eqXVOu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 26, 2022
खबरों के मुताबिक अजय माकन ने आज दिन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार विधायकों द्वारा विधायक दल की बैठक में लिए जाने वाले प्रस्ताव के लिए शर्तें रखे जाने की आलोचना की। माकन ने कहा कि इन विधायकों का विधायक दल की आधिकारिक बैठक में शामिल न होकर उसके समानांतर कोई अन्य बैठक करना ‘‘अनुशासनहीनता’’ है।
जिसके बाद माकन के आरोपों पर नाराजगी जताते हुए धारीवाल ने सोमवार की शाम में पत्रकारों से कहा, ‘‘महासचिव और प्रदेश प्रभारी (अजय माकन) पर मेरा आरोप है कि वह पक्षपातपूर्ण तरीके से यहां के विधायकों से बात कर रहे थे। कई दिनों से लगातार ये सूचनाएं आ रही थीं कि वह सचिन पायलट के पक्ष में प्रचार करने के लिए कहा करते थे। वह विधायकों को उनसे जुड़ने के लिए कहा करते थे, हमारे पास इसके सबूत हैं।’’
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हम सोनिया गांधी के सिपाही हैं। मेरे पर बीते 50 साल में एक बार भी अनुशासनहीनता का आरोप नहीं लगा। पार्टी महासचिव व प्रभारी ऐसे (पार्टी से बगावत करने वाले) लोगों को मुख्यमंत्री बनाने का मिशन लेकर आया है तो विधायकों को तो नाराज होना ही था।’’
मालूम हो कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार रात मुख्यमंत्री निवास पर होनी थी लेकिन गहलोत के समर्थक विधायकों ने इसमें भाग नहीं लिया। नाराज विधायकों ने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर बैठक की और फिर वहां से विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मिलने चले गए थे और उन्हें अपना इस्तीफे सौंप दिया था। गहलोत समर्थक सचिन पायलट के अशोक गहलोत के बाद सीएम बनाये जाने का विरोध कर रहे हैं।