राजस्थान: NEET के बाद अब REET 2022 की परीक्षा में महिला उम्मीदवारों के उतरवाए गए दुपट्टे, हटाए गए साड़ी के पिन
By आजाद खान | Published: July 24, 2022 11:06 AM2022-07-24T11:06:12+5:302022-07-24T11:29:33+5:30
बताया जा रहा है कि इस परीक्षा में महिला उम्मीगवारों के साड़ी के पिन और उनके मंगलसूत्र को भी उतारने को कहा गया है। कुछ उम्मीदवारों से उनके घाव वाली पट्टी भी हटाने को बोला गया है।
REET 2022 Dress Code:राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी रीट 2022 में छात्राओं और महिलाओं को दुप्पट्टे और साड़ी के पिन को उतारने को कहा गया है। यही नहीं महिलाओं से जांच प्रक्रिया के नाम पर उनके मंगलसूत्र, चूड़ियां, चेन, ब्रेसलेट कंगन और हेयर क्लिप को भी उतारने को कहा गया है।
यह घटना तब सामने आई है जब कुछ दिन पहले नीट की परीक्षा में एक छात्रों को उसके इनरवियर को उतारने को कहा गया था। महिला उम्मीदवारो का यह भी कहना है कि जिन महिलाओं के कुर्ते या सूट के बटन लगे थे, उन्हें भी कैंची से काटा गया। फिलहाल मामले में रीट के अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) 2022 की परीक्षा 23 जुलाई यानी कल हुई थी। इस परीक्षा के पहले शिफ्ट के लिए 11160 उम्मीदवारों ने परीक्षा में भाग लिया था। यह परीक्षा 32 सेन्टर पर आयोजित किया गया था।
क्या है पूरा मामला
इन्डिया डाट कॉम के मुताबिक, राजस्थान के मॉडर्न स्कूल, एमबी स्कूल, बीएड कॉलेज, गुरुकुल, महारावल स्कूल और किशनलाल गर्ग स्कूल में महिला छात्राओं को उनके डुपट्टे को हटाने को कहा गया था और उसे परीक्षा संचालन अधिकारियों रखा गया था।
बताया जा रहा है कि परीक्षा शुरू होने से पहले लड़कें और महिलाओं को अलग-अलग लाइन में खड़ा किया गया था और फिर उन की चेकिंग हुई थी। इस दौरान उनकी पूरी चेकिंग की गई और छात्राओं को उनके डुपट्टे भी हटाने को कहा गया।
यही नहीं जो महिला उम्मीदवार शादी शुदा थी उन्हें मंगलसूत्र, चूड़ियां, चेन, ब्रेसलेट कंगन और हेयर क्लिप को भी हटाने को कहा गया है। उम्मीदवारों ने यह भी आरोप लगाया कि उनके पहले से लगे जख्मों पर से पट्टी को भी हटाने को कहा गया था।
NEET परीक्षा में छात्रा के उतरवाए गए थे इनरवियर
आपको बता दें कि इससे पहले 17 जुलाई को हुए नीट यूजी 2022 की परीक्षा में एक छात्रा के इनरवियर उतरवाए गए थे। जांचकर्मियों ने छात्रा के इनरवियर पर आपत्ति जताई थी और उसे पहनकर परीक्षा में जाने से रोका था।
इस मामले को लेकर बहुत विवाद हुआ था और बाद में पुलिस में शिकायत और राष्ट्रीय महिला आयोग तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के दखल के बाद सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।