खुशखबरी: कश्मीर आने वाले पर्यटकों को 15 अगस्त से विस्टाडोम कोच का तोहफा देगा रेलवे
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 18, 2023 01:03 PM2023-07-18T13:03:25+5:302023-07-18T13:05:11+5:30
कश्मीर घूमने आने वाले पर्यटक अब वादी के प्राकृतिक सौंदर्य का मजा पारदर्शी शीशे की बड़ी-बड़ी खिड़कियों और शीशे की छत वाली कोच में बैठ कर ले सकेंगे। यह कोच वातानुकूलित है। इसकी खिड़कियां मोटे पारदर्शी शीशे की हैं जो सामान्य से कहीं ज्यादा बड़ी हैं।
जम्मू: कश्मीर आने वाले पर्यटकों के लिए यह खबर खुशी देने वाली हो सकती है कि छह सालों के ट्रायल के बावजूद कश्मीर में जिस विस्टाडोम के कोच को चला पाने में रेलवे विभाग डर महसूस कर रहा था, वह अब खत्म हो गया है और विभाग 15 अगस्त से पहले इसे पटरी पर उतार देगा। रेलवे अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
हालांकि पिछले साल हिमाचल प्रदेश में कालका-शिमला के बीच चलने वाली हिमदर्शन एक्सप्रेस और मुंबई-गांधीनगर शताब्दी में विस्टाडोम कोचों को जोड़ दिए जाने के बाद से ही जम्मू कश्मीर के लोग निराश थे। निराशा इसलिए थी क्योंकि कश्मीर में इसे चलाने की घोषणा 6 साल पहले हुई थी। इसका परीक्षण भी किया जा चुका था। पर कभी कोरोना और कभी पत्थरबाजों के डर से टूरिस्टों के लिए इसे आरंभ ही नहीं किया जा सका था।
शीशे वाले रेल कोच अर्थात विस्टाडोम में बैठ कर कश्मीर की खूबसूरती को निहारने के सपने पर अभी तक किसका साया था, इस पर रेल प्रशासन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं देता था। हालांकि ट्रायल के 6 सालों के दौरान कई बार पत्थरबाजों को इसके लिए दोषी ठहराया जा चुका है, जो कश्मीर में पर्यटकों के कदमों को अपनी पत्थरबाजी से रोकने में कई बार कामयाब हुए थे। रेलवे ने अब इस सेवा को आरंभ करने की घोषणा की है।
कश्मीर घूमने आने वाले पर्यटक अब वादी के प्राकृतिक सौंदर्य का मजा पारदर्शी शीशे की बड़ी-बड़ी खिड़कियों और शीशे की छत वाली कोच जिसे विस्टाडोम कोच कहते हैं, में बैठ कर ले सकेंगे। विस्टाडोम कोच की सुविधा बनिहाल-बारामुल्ला रेलवे सेक्शन पर उपलब्ध होनी है। यह 15 अगस्त से पहले शुरू हो जाएगी। प्रदेश पर्यटन विभाग और रेलवे मंत्रालय की ओर से शुरू की जा रही इस सुविधा का एलान 2017 में जून में तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने किया था।
40 सीटों की क्षमता वाली विस्टाडोम कोच कश्मीर में पहुंच चुकी है। इसका एक बार ट्रायल हो चुका है। यह कोच वातानुकूलित है। इसकी खिड़कियां मोटे पारदर्शी शीशे की हैं जो सामान्य से कहीं ज्यादा बड़ी हैं। इसकी छत भी शीशे की और इसमें आवजर्वेशन लाउंच और घूमने वाली सीटों की व्यवस्था है। इसमें स्वचालित स्लाइोडग दरवाजे हैं। एलईडी स्क्रीन और जीपीएस की सुविधा भी है। यात्री अपनी इच्छानुसार भोजन और जलपान की प्री बुकिंग भी कर सकते हैं।