राहुल गांधी से चर्चा में नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी ने मोदी सरकार को दी कई सलाह, कहा- टेम्पररी राशन कार्ड, कर्ज माफी और आर्थिक पैकेज की जरूरत
By पल्लवी कुमारी | Published: May 5, 2020 09:24 AM2020-05-05T09:24:39+5:302020-05-05T09:30:02+5:30
कोरोना वैश्विक महामारी को देखते हुए कांग्रेस पार्टी की ओर से एक सीरीज की शुरुआत की गई है। जिसके तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश के अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स से बात करेंगे। ये इस सीरीज की दूसरी संवाद है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज (5 मई) कोरोना वायरस संकट और देश की आर्थिक स्थिति पर नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी से वीडियो कॉल के जरिए चर्चा की। इस बातचीत के दौरान अभिजीत बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को देश की अर्थव्यवस्था और देश की जनता को लॉकडाउन में कैसे मदद पहुंचाई जाए...इसको लेकर कई टिप्स दिए। अभिजीत बनर्जी ने चर्चा के दौरान इस बात पर जोर दिया कि देश की जनता को फिलहाल कम से कम तीन महीनों के लिए बिना किसी कार्ड और फिल्टर के मदद मिलनी चाहिए। अभिजीत बनर्जी ने कहा, कोरोना वायरस के इस महामारी के दौर में हमे आशावादी होना चाहिए।
नोबल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने राहुल गांधी से कहा, भारत को प्रोत्साहन पैकेज की जरूरत है; हमने अब तक पर्याप्त आर्थिक पैकेज नहीं दिया है। अभिजीत बनर्जी ने राहुल गांधी से कहा ,मांग को फिर से जीवित करना महत्वपूर्ण है, निचले तबके के 60 प्रतिशत लोगों को ज्यादा देने से कुछ बुरा नहीं हो जाएगा।
अभिजीत बनर्जी ने राहुल गांधी से कहा ,सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लिए ‘आधार’आधारित दावों से गरीबों की कई मुश्किलें हल हो गई होतीं। गरीबों का बड़ा समूह अब भी व्यवस्था का हिस्सा नहीं है।
अभिजीत बनर्जी ने चर्चा के दौरान सलाह दी है कि छोटे कारोबारियों को सरकार को राहत देनी चाहिए। तभी देश की अर्थव्यवस्था खड़ी होगी। अभिजीत ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से कारोबार पूरी तरह से ठप है, वहां आर्थिक मदद की ज्यादा जरूरत है। सरकार को कुछ ऐसा सिस्टम लाना होगा जिससे देश के हर नागरिक तक उनकी मदद पहुंचे।
राहुल गांधी का सवाल- आज देश में राशन कार्ड काफी कम है, लोगों के पास खाना नहीं है?
अभिजीत बनर्जी का जवाब- सरकार को देश की गरीब जनता को ये आश्वत करना होगा कि लॉकडाउन के खत्म होने के बाद उनके हाथ रोजगार और पैसें होंगे तो शायद वह कम चिता करेंगे। उन्होंने कहा कि टेम्पररी राशन कार्ड की जरूरत है। हर किसी को इस वक्त चावल, दाल, गेहूं और चीनी की जरूरत है। सरकार को देश के हर जनता को राशन कार्ड देना चाहिए...कम से कम तीन महीनों के लिए ताकी वह बिना किसी मुश्किल के राशन ले सकें।
Shri @RahulGandhi speaks with Prof. Abhijit Banerjee on COVID19 & its economic impact. #InConversationWithRahulGandhihttps://t.co/lSAGPZjyKh
— Congress (@INCIndia) May 5, 2020
राहुल गांधी का सवाल- लॉकडाउन से जितनी जल्दी बाहर आया जाए, उतना अच्छा है लेकिन उसके बाद भी एक प्लान होना चाहिए?
अभिजीत बनर्जी का जवाब- हमें कोरोना महामारी के बारे में पता होना चाहिए, लॉकडाउन को बढ़ाने से कुछ नहीं होगा।
राहुल गांधी ने सवाल किया- आज कैश की दिक्कत होगी, बैंकों के सामने कई तरह की चुनौती होगी और नौकरी बचाना मुश्किल होगा?
जवाब में अभिजीत ने कहा कि ये बिल्कुल सच होने जा रहा है, ऐसे में देश में आर्थिक पैकेज की दरकार है। अमेरिका-जापान जैसे देशों ने ऐसा किया है, लेकिन हमारे यहां नहीं हुआ। छोटे उद्योगों की मदद करनी चाहिए, इस तिमाही का ऋण भुगतान खत्म कर देना चाहिए।
राहुल गांधी का सवाल- बड़े फैसले केंद्र सरकार ले रही है, लेकिन लॉकडाउन या जमीनी फैसलों को राज्य सरकार को लेने दिया जाना चाहिए, लेकिन, मौजूदा सरकार का अलग हिसाब से चल रही है और केंद्र से ही फैसला ले रही है?
अभिजीत बनर्जी का जवाब- केंद्र को गरीबों के लिए नई योजना लाने की जरूरत है, वहीं राज्यों और जिला अधिकारियों को गरीबों को लेकर सीधा लाभ पहुंचाने की जरूरत है। अभिजीत ने कहा कि अगर हर किसी को पैसा पहुंचाना है तो उसके लिए एक सिस्टम बनाना होगा। देश में बहुत ऐसे लोग हैं, जिनके पास जनधन खाता, उज्जवला योजना जैसे लाभ लेने के विकल्प नहीं हैं लेकिन इस वक्त उनको भी पैसे की जरूरत है। अगर किसी के पास बैंक खाता नहीं है तो उसके बारे में भी सोचना होगाय़ ऐसे में राज्य सरकारों को अधिक से अधिक मदद देनी होगी, ताकि किसी तरह से आम लोगों तक पैसा पहुंच पाए।