बिजली कटौती पर बवाल, मंत्रियों ने शिवराज सरकार पर उठाए सवाल
By राजेंद्र पाराशर | Published: June 13, 2019 05:10 AM2019-06-13T05:10:07+5:302019-06-13T05:10:07+5:30
मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती को लेकर फिर बवाल मच गया है. भाजपा जहां इसे आंदोलन का रुप देकर कमलनाथ सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है
मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती को लेकर फिर बवाल मच गया है. भाजपा जहां इसे आंदोलन का रुप देकर कमलनाथ सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है, वहीं कमलनाथ के मंत्रियों ने अब भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंत्रियों ने बिजली कटौती को लेकर भाजपा के कार्यकाल में घटिया उपकरण खरीदी को लेकर पूर्ववर्ती शिवराज सरकार को घेरा है. वहीं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांस तो यहां तक कह गए कि भाजपा अपने पापों का फल भोग रही है, उनके कार्यकाल में घटिया उपकरण खरीदे गए, जिसका परिणाम आज जनता भुगतना पड़ रहा है.
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान से ही भाजपा ने कमलनाथ सरकार को अघोषित बिजली कटौती के मुद्दे पर घेरना शुरु कर दिया था. चुनाव परिणाम के बाद से तो भाजपा लगातार सरकार पर बिजली कटौती को लेकर प्रहार कर रही है. भाजपा इसे आंदोलन का रुप देकर विधानसभा के बजट सत्र में कमलनाथ सरकार को घेरने की तैयारी कर चुकी है. भाजपा द्वारा लगातार किए जा रहे सरकार पर प्रहार का जवाब भी अब मंत्री देने में पीछे नहीं हट रहे हैं. मंत्रियों ने भी पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती को लेकर ऊर्जा मंत्री लगातार बैठकें लेकर समीक्षा कर रहे हैं. जाहं समस्या आ रही है, वहां हल की जा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा केवल भ्रम फैला रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा के इस तरह के कार्य का जनता उसे जवाब देगी.
वहीं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे ने कहा कि भाजपा अपने पापों का फल भोग रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई घटिया उपकरणों की खरीदी के कारण आज प्रदेश में यह स्थिति निर्मित हो रही है. वित्त मंत्री तरुण भानोत ने पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के नेतृत्व में दमोह में किए गए प्रदर्शन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री के लिए जो आंदोलन किया गया, उसके लिए बिजली के तारों पर ताल डालकर बिजली गुल की गई. इसके पूर्व जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा सहित अन्य मंत्री भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं.
प्रदेश में ना बिजली संकट, ना किसानों का आक्रोश
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि प्रदेश में ना बिजली का संकट है, ना कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है और ना किसानों में आक्रोश है, फिर भी भाजपा नेता सिर्फ एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए, आपसी प्रतिस्पर्धा के लिए, नंबर वन बनने की होड़ में, झूठे मुद्दों पर राजनैतिक आंदोलन कर रहे हैं. सलूजा ने कहा कि प्रदेश में बिजली सरप्लस मौजूद है. बिजली संकट वाली कोई बात नहीं है. सिर्फ भीषण गर्मी व तापमान बढ़ने के कारण फाल्ट, ट्रांसफार्मर जलने व ट्रिपिंग की घटनाएं हो रही है. लेकिन भाजपा के नेतागण सरप्लस बिजली में, पर्याप्त रोशनी में दिखावटी चिमनी यात्रा निकाल रहे हैं, जो कि हास्यादपद है.