पंजाब: 109 घंटे के रेस्क्यू अभियान के बाद बोरवेल से निकाला गया दो साल का फतेहवीर, नहीं बच सकी जान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 11, 2019 08:37 AM2019-06-11T08:37:15+5:302019-06-11T08:37:15+5:30
संगरुर जिले के भगवानपुर गांव में एक सूखे पड़े बोरवेल को कपड़े डालकर छोड़ दिया गया था। फतेहवीर खेलते-खेलते इसी बोरवेल के करीब पहुंचा और गिर गया।
पंजाब के संगरूर में 109 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आखिरकार मंगलवार सुबह दो साल के फतेहवीर सिंह को बोरवेल से निकाल लिया गया। इसके बाद फतेहवीर को अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, कुछ घंटे बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह घटना पिछले हफ्ते गुरुवार शाम की है जब फतेहवीर खेलते-खेलते 150 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था। फतेहवीर अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
दरअसल, संगरूर जिले के भगवानपुर गांव में एक सूखे पड़े बोरवेल को कपड़े डालकर छोड़ दिया गया था। फतेहवीर खेलते-खेलते इसी बोरवेल के करीब पहुंचा और गिर गया। शुरुआत में परिवार और गांव वालों ने बहुत देर तक फतेहरवीर को बोरवेल से बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो सके। इसके बाद बचावदल को इस काम में लगाया गया। फतेहवीर को निकालने के मिशन में एनडीआरएफ सहित स्थानीय पुलिस, ग्रामीणों और स्वयं सेवी संस्थान के लोग शामिल रहे।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मियों ने सुबह करीब साढ़े पांच बजे बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला। फतेहवीर को चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने के लिए डॉक्टरों की एक टीम मौके पर ही मौजूद थी। वेंटिलेटर की सुविधा से युक्त एक एंबुलेंस भी वहां मौजूद थी।
#WATCH Punjab: Two-year-old Fatehveer Singh, who had fallen into a borewell in Sangrur, rescued after almost 109-hour long rescue operation. He has been taken to a hospital. pic.twitter.com/VH6xSZ4rPV
— ANI (@ANI) June 11, 2019
बच्चे को बचाने के लिए बोरवेल के बराबर एक दूसर बोरवेल खोदा गया और उसमें कंक्रीट के बने 36 इंच व्यास के पाइप डाले गए। इस घटना ने कुरूक्षेत्र में 2006 में गिरे बच्चे प्रिंस को बचाने की याद ताजा कर दी। प्रिंस को करीब 48 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया था।