चंडीगढ़ः पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने ग्रामीण निकाय चुनावों में जबरदस्त जीत दर्ज की है, जिसमें उसने जिला परिषदों के 63 प्रतिशत क्षेत्र और पंचायत समितियों के 54 फीसदी क्षेत्र में विजय पताका लहराई है। बृहस्पतिवार को घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार, कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही, जबकि शिरोमणि अकाली दल को तीसरा स्थान मिला। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चौथे स्थान पर रही। इस बीच, ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चुनावों में उनकी पार्टी के शानदार प्रदर्शन से पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार पर अपनी मुहर लगा दी है। मंगलवार को शुरू हुई गिनती बृहस्पतिवार को पूरी होने के बाद चुनावों के पूर्ण परिणाम सामने आए।
राज्य में 22 जिला परिषदों के 347 क्षेत्रों और 153 पंचायत समितियों के 2,838 क्षेत्रों के लिए सदस्यों को चुनने के लिए 14 दिसंबर को मतदान हुआ था। जिला परिषद में ‘आप’ ने 218 क्षेत्र में जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस ने 62 क्षेत्र में विजय हासिल की। सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाली शिअद को 46 क्षेत्रों, भाजपा को सात, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को तीन और निर्दलीयों को 10 क्षेत्रों में जीत मिली।
पंचायत समितियों के मामले में, ‘आप’ ने 1,531 क्षेत्रों में जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने 612 और शिअद ने 445 क्षेत्रों में जीत दर्ज की। परिणाम के अनुसार, भाजपा ने 73 क्षेत्रों में और बसपा ने 28 क्षेत्रों में जीत दर्ज की। निर्दलीयों ने 144 क्षेत्रों में विजय प्राप्त की। नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा कि इससे पता चलता है कि राज्य में उनकी पार्टी के पक्ष में लहर है।
उन्होंने नशा विरोधी अभियान, ‘‘75 साल के अंतराल’’ के बाद खेतों तक पहुंचने वाले नहर के पानी, मुफ्त बिजली और योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियों के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘यह दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने भगवंत मान के नेतृत्व में आप सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर अपनी मुहर लगा दी है।’’
केजरीवाल ने मतदान में "मनमानी" के विपक्ष के आरोपों को भी कड़ाई से खारिज कर दिया और दावा किया कि चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से आयोजित किए गए थे। हालांकि, चुनाव परिणामों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सत्तारूढ़ दल की शानदार जीत दिखाई, लेकिन कांग्रेस और शिअद ने कुछ क्षेत्रों में ‘आप’ को चुनौती भी दी।
चुनाव परिणामों से संकेत मिलता है कि कांग्रेस ने एसबीएस नगर, रूपनगर, फिरोजपुर, जालंधर और लुधियाना में सत्तारूढ़ दल को कड़ी टक्कर दी, जबकि शिअद ने मुक्तसर, फरीदकोट और बठिंडा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिला परिषदों में कांग्रेस ने एसबीएस नगर में 10 में से छह, रूपनगर में 10 में से पांच, फिरोजपुर में 14 में से छह, जालंधर में 21 में से सात और लुधियाना में 25 में से आठ क्षेत्रों में जीत हासिल की। पंचायत समितियों में, कांग्रेस को एसबीएस नगर में 82 में से 34 क्षेत्र, रूपनगर में 93 में से 50, जालंधर में 188 में से 61 और लुधियाना में 235 में से 73 क्षेत्र मिले।
शिअद ने बठिंडा की जिला परिषद में मजबूत प्रदर्शन किया, जहां उसने 17 में से 13 क्षेत्रों में जीत हासिल की, मुक्तसर में 13 में से सात और फरीदकोट में 10 में से पांच क्षेत्रों में जीत दर्ज की। नतीजों के अनुसार, पंचायत समितियों में बादल के नेतृत्व वाले दल ने बठिंडा में 137 में से 79 क्षेत्र, फरीदकोट में 65 में से 25 और मुक्तसर में 95 में से 48 क्षेत्रों में जीत हासिल की।
भाजपा ने फाजिल्का जिला परिषद के तीन क्षेत्रों और पठानकोट जिला परिषद में चार क्षेत्रों में जीत हासिल की। इस बीच, फिरोजपुर के बाजिदपुर और फिरोजशाह क्षेत्रों में गैंगस्टर से राजनीतिक नेता बने गुरमीत सिंह सेखों समर्थित उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। इन उम्मीदवारों को शिअद का भी समर्थन प्राप्त था।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने ‘आप’ सरकार पर चुनाव "चुराने" का आरोप लगाया। वडिंग ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हम जानते हैं। वे जानते हैं। पंजाब के लोग जानते हैं। उन्होंने चुनाव में एकतरफा जीत हासिल नहीं की है, उन्होंने ये चुनाव चुराए हैं।’’ विपक्षी दलों कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने इससे पहले सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर विपक्षी उम्मीदवारों के साथ जबरदस्ती करने और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था।