पंजाब : आप ने शिअद-भाजपा सरकार के समय किए गए पीपीए समझौते को रद्द करने की मांग की
By भाषा | Updated: June 28, 2021 22:24 IST2021-06-28T22:24:19+5:302021-06-28T22:24:19+5:30

पंजाब : आप ने शिअद-भाजपा सरकार के समय किए गए पीपीए समझौते को रद्द करने की मांग की
चंडीगढ़, 28 जून पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी आप ने सोमवार को आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती शिअद-भाजपा सरकार के समय ‘‘गलत’’ बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के कारण राज्य में बिजली की व्यवस्था खराब है।
आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के प्रमुख भगवंत मान ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया।
मान ने यहां बयान जारी कर दावा किया कि शिअद-भाजपा शासनकाल के दौरान राज्य में तीन निजी ताप विद्युत संयंत्रों की स्थापना के लिए अभी तक पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने निर्धारित शुल्क के तौर पर 20 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इनमें से 5700 करोड़ रुपये का भुगतान बिजली आपूर्ति प्राप्त किए बगैर किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘निजी कंपनियां अगर गर्मी के मौसम और धान की रोपनी के समय भी बिजली की आपूर्ति नहीं करती हैं तो पीपीए में उन्हें दंडित करने का प्रावधान नहीं है, जो निजी कंपनियों और सरकार की मंशा को स्पष्ट रूप से जाहिर करता है।’’
संगरूर के सांसद ने कहा कि पीएसपीसीएल द्वारा ताप विद्युत संयंत्रों को बिजली की आपूर्ति किए बगैर पैसे का भुगतान करना राज्य के हितों की रक्षा किए बगैर पीपीए पर दस्तखत का परिणाम है।
कांग्रेस नीत सरकार पर बरसते हुए मान ने कहा कि मुख्यमंत्री सिंह ने पीपीए पर श्वेत पत्र जारी करने का वादा किया था लेकिन ऐसा करने में वह ‘‘विफल’’ रहे।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा ‘‘गलत’’पीपीए पर हस्ताक्षर करने के सिलसिले में सिंह ने कभी कोई कार्रवाई करने का प्रयास नहीं किया।
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