प्रिंस कटारा की नई जिम्मेदारी: युवा नेतृत्व में बदलाव की ओर बढ़ता उदयपुर संभाग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 15, 2025 16:53 IST2025-05-15T16:53:59+5:302025-05-15T16:53:59+5:30
Prince Katara's new responsibility: प्रिंस कटारा का जीवन संघर्ष और समर्पण की मिसाल है। उनका जन्म 19 जुलाई 2001 को मेवाड़ के उदयपुर जिले के कल्याणपुर गांव में हुआ था।

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Prince Katara's new responsibility: राजस्थान के वागड़ क्षेत्र से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाले प्रिंस कटारा को हाल ही में उदयपुर संभाग का संभागीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह कदम न केवल उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह उनके सामर्थ्य और समर्पण का भी प्रतीक है। अब प्रिंस कटारा के कंधों पर उदयपुर जिले के साथ-साथ डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, सलूम्बर, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ जैसे महत्वपूर्ण जिलों की न्यायिक व्यवस्था और मानवाधिकारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
प्रिंस कटारा का जीवन संघर्ष और समर्पण की मिसाल है। उनका जन्म 19 जुलाई 2001 को मेवाड़ के उदयपुर जिले के कल्याणपुर गांव में हुआ था। उनके माता-पिता ने उन्हें हर हाल में एक बेहतर इंसान बनने की शिक्षा दी। बचपन में डूंगरपुर में शिक्षा ग्रहण करने वाले प्रिंस ने 2017 में मॉडलिंग के क्षेत्र में कदम रखा।
इस दौरान उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी पहचान बनाई और 2022 में "फैशन आइकॉन" के रूप में सम्मानित भी हुए। हालांकि, एक कार दुर्घटना के बाद उन्हें अपनी पेशेवर जिंदगी में कुछ समय के लिए रुकावट का सामना करना पड़ा। लेकिन प्रिंस ने हार मानने के बजाय अपने जीवन को फिर से दिशा दी।
उन्होंने 2021 में अपनी खुद की कंपनी शुरू की, जिसे 2023 में फिर से मजबूत किया और आर्थिक रूप से कर्ज मुक्त किया। इसके अलावा, उन्होंने कंपनी से अर्जित आय का एक हिस्सा समाज के जरूरतमंद वर्ग के बीच वितरित करना शुरू किया, जिससे 10,000 से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए।
उनके इन कार्यों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार न्याय आयोग को प्रभावित किया और 2024 में उन्हें आयोग का सदस्य नियुक्त किया। इस दौरान प्रिंस ने मानवाधिकार, महिला सुरक्षा, चाइल्ड एजुकेशन, और पशु कल्याण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर कई प्रयास किए। उनकी सेवाओं के लिए उन्हें राजस्थान यूथ आइकॉन अवार्ड जैसे सम्मान भी मिल चुके हैं।
प्रिंस कटारा की नियुक्ति से यह साबित होता है कि युवा नेतृत्व, सामाजिक जिम्मेदारी और जनहित के कार्यों में एक मजबूत बदलाव ला सकता है। वे इस नए पद पर रहकर अपने क्षेत्र के लोगों के लिए न्यायिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाने के साथ-साथ मानवाधिकारों की रक्षा के लिए भी काम करेंगे। उनके दृष्टिकोण और कार्यशैली से यह आशा की जाती है कि वे उदयपुर संभाग में सुधार और विकास की नई राहें खोलेंगे।