राष्ट्रपति चुनाव: भाजपा ने कर्नाटक के बाद अब बंगाल में भी विधायकों को शिफ्ट किया होटल में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 17, 2022 10:16 PM2022-07-17T22:16:52+5:302022-07-17T22:25:34+5:30
राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू की जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा ने कर्नाटक के बाद अब बंगाल में भी अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए होटल की शरण ले ली है।
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए कर्नाटक के बाद अब बंगाल में विधायकों को एकजुट रखने के लिए होटल की शरण ले ली है। जानकारी के मुताबिक बंगाल भाजपा के नेताओं ने क्रास वोटिंग के खौफ से सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के मतदान से ठीक एक दिन पहले यानी रविवार को अपने 69 विधायकों को एक होटल में शिफ्ट कर दिया है।
बताया जा रहा है कि प्रदेश भाजपा सभी 69 विधायकों के लिए आउटर कोलकाता के एक निजी होटल में ले गया है। समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बंगाल की राजनैतिक इतिहास में होटल की घटना पहली बार हो रही है। इससे पहले भाजपा समेत अन्य दल सत्ता की जोड़तोड़ के लिए अन्य राज्यों में ऐसी व्यवस्था कर चुके हैं लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा की खेमेबंदी से सभी दल हैरान हैं।
खबरों के मुताबिक भाजपा का शीर्ष नेतृत्व एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीच सुनिश्चित करने के लिए यह सारी कवायद कर रही है। मालूम हो कि इससे पहले कर्नाटक से भी ऐसी ही खबरें आ रही थीं कि कर्नाटक भाजपा ने भी शनिवार को अपने विधायकों क्रास वोटिंग से बचाने के लिए होटल में शिफ्ट कर दिया है।
इस मामले में जानकारी देते हुए राज्य भाजपा के मुख्य सचेतक एम सतीश रेड्डी ने सभी विधायकों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया है। रेड्डी के मुताबिक राज्य भाजपा ने यह निर्णय पार्टी के आलाकमान से मिले दिशा-निर्देशों के बाद लिया है। इस फैसले के संबंध में कर्नाटक भाजपा के एक विधायक ने कहा कि पार्टी हाईकमान सभी विधायकों को होटल में भेजकर सभी को यह संदेश देना चाहता है कि पार्टी द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी को लेकर बहुत गंभीर है।
जानकारी के अनुसार कल की वोटिंग से पहले राज्य भाजपा इकाई ने रविवार को होटल में विधायकों के लिए मॉक वोटिंग ड्रिल का भी आयोजन किया। खबरों के मुताबिक इस कार्य के लिए दिल्ली से तीन लोगों को टीम आयी है, जिसने पार्टी विधायकों को वोटिंग के लिए ट्रेनिंग दी।
मालूम हो कि सोमवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में देशभर के करीब 4,800 निर्वाचित सांसद और विधायक मतदान करेंगे। इस चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की दावेदारी विपक्षी प्रत्याशी यशवंत सिन्हा की तुलना में काफी मजबूत है क्योंकि आकड़ों के मुताबिक मुर्मू के पक्ष में 60 फीसदी से अधिक मत पड़ने की संभावना है।
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना संपन्न होने के बाद 21 जुलाई को मतगणना होगी और देश के 15 राष्ट्रपति आगामी 25 जुलाई को संविधान के प्रति पद और गोपनियता की शपथ लेंगे।
एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में बीजू जनता दल (बीजद), वाईएसआर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक), जनता दल (सेक्लुयर), तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), शिरोमणि अकाली दल (शिअद), शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसे क्षेत्रीय दल वोट दे सकते हैं। अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लेती हैं तो देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली वह पहली आदिवासी महिला बन जाएंगी।