'बस एक तरीका है....', प्रशांत किशोर की निर्वाचन आयोग को सलाह, बताया- कैसे कोरोना के बीच करा सकते हैं चुनाव
By रुस्तम राणा | Published: January 7, 2022 05:19 PM2022-01-07T17:19:58+5:302022-01-07T17:27:54+5:30
देशभर में तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलों को लेकर प्रशांत किशोर ने चुनावी राज्यों में चुनाव आयोजित कराने का 'एकमात्र सुरक्षित तरीका' बताया है।
नई दिल्ली:चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा से पहले, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को ट्विटर पर चुनाव आयोग को सुझाव दिया है। दरअसल, देशभर में तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलों को लेकर प्रशांत किशोर ने चुनावी राज्यों में चुनाव आयोजित कराने का 'एकमात्र सुरक्षित तरीका' बताया है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "चुनावी राज्यों में चुनाव आयोग को कम से कम 80% लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने पर जोर देना चाहिए। कोरोना महामारी के बीच चुनाव कराने का यही एकमात्र सुरक्षित तरीका है। बाकी सब कुछ बेकार है। कोविड को लेकर जो भी गाइडलाइन जारी की गई हैं, उनका उस तरह से कोई भी पालन नहीं करता है।"
EC MUST insist on 2 vaccine doses for at least 80% people in poll bound states.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 7, 2022
This is the only SAFE way to hold #elections in the midst of a raging pandemic. Rest everything is HOGWASH. The notion of guidelines for #Covid appropriate behaviour which no one follows is FARCICAL.
प्रशांत किशोर का ट्वीट ऐसे समय में आया है जब चुनाव आयोग ने अपनी तैयारियों का जायजा लेने के लिए चुनावी राज्यों का दौरा किया है, साथ ही संबंधित राज्यों में कोविड -19 की स्थिति का भी जायजा लिया है। पिछले साल दिसंबर में, मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के नेतृत्व में आयोग के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया, जो चुनाव होने वाले पांच राज्यों में से एक है। साथ ही सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ परामर्श किया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी दलों ने सुझाव दिया कि 'चुनाव समय पर होने चाहिए।'
इस बीच, गुरुवार को, चुनाव आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ अलग-अलग बैठकें कीं, ताकि कोविड के नए मामलों में वृद्धि के बीच स्थिति का जायजा लिया जा सके। बता दें कि पिछले वर्ष, चार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर चुनाव आयोग की बड़ी आलोचना हुई थी। अब आयोग को कोरोना महामारी के बीच उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर इन पांच राज्यों में चुनाव कराने हैं।