प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कही ये बात
By एस पी सिन्हा | Published: July 4, 2022 05:26 PM2022-07-04T17:26:57+5:302022-07-04T17:27:36+5:30
पीके ने 'जन सुराज' के विचार को विस्तार से बताते हुए कहा कि जन सुराज की सोच के साथ वो लोगों के साथ संवाद स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अकेले बिहार को बदल दूंगा, ऐसा नहीं है। जो भी ऐसा सोचते हैं वो गलत है। पीके ने कहा कि वो मजबूत लोग नहीं, सही लोगों को समाज में खोजने के लिए समाज में घूम रहे हैं।
पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार में लालू के राज में अपराधी रात में गन लगाकर लूट करते थे और अब नीतीश कुमार के राज में अधिकारी दिन में कलम लगाकर लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि लालू के राज में अपराधियों के मन से सरकार का डर खत्म हो गया था और अब अधिकारियों के मन से सरकार का डर खत्म हो गया है। इसीलिए दोनों के राज्य में जनता का हजामत बन रहा है।
पीके ने 'जन सुराज' के विचार को विस्तार से बताते हुए कहा कि जन सुराज की सोच के साथ वो लोगों के साथ संवाद स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अकेले बिहार को बदल दूंगा, ऐसा नहीं है। जो भी ऐसा सोचते हैं वो गलत है। पीके ने कहा कि वो मजबूत लोग नहीं, सही लोगों को समाज में खोजने के लिए समाज में घूम रहे हैं। सही लोगों के एक साथ आने पर ही बिहार का सर्वांगीण विकास हो सकता है और उनका उद्देश्य यही है कि सभी सही लोगों को एक साथ एक मंच पर लाया जाए।
सही लोगों की पहचान समाज को है, इसलिए समाज में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जन सुराज कार्यक्रम शुरू करने से पहले एक ट्विटर पर पोल कराया था जिसमें 85 फीसदी लोगों ने ट्विटर पर बताया है कि यह व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में शराबबंदी कानून पूरी तरह से लागू नहीं है। पीके ने कहा कि मैंने लंबे समय तक बहुत लोगों के साथ काम किया। उसी लंबे समय में काम करने के दौरान 2 मई 2021 को यह बताया कि आगे किसी के लिए भी काम नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं किसी भी पार्टी के लिए काम नहीं करूंगा। पुराने तरीके से काम करने के लिए कोई भी संभावना नहीं है। मैंने जीवन में बहुत सोच समझकर निर्णय लिया है कि मुझे अब यही करना है जो मैं कर रहा हूं। समाज को जानने, समझने और जागृत करने का जो अभियान है उसी में अपने जीवन का आने वाला समय लगाने वाला हूं। सफलता मिले या ना मिले इसी में लगा रहूंगा। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए यह अलग मामला है। लेकिन शराबबंदी पूरी तरह से फेल है इसमें कोई विवाद नहीं है।