प्रशांत किशोर की महीने भर में दूसरी मुलाकात, बीजेपी से निपटने के लिए करेंगे ममता बनर्जी की मदद!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 28, 2019 11:11 AM2019-06-28T11:11:36+5:302019-06-28T11:11:36+5:30
ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर के बीच बैठक ऐसे समय में हुई है जब राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से तृणमूल सुप्रीमो को कड़ी चुनौती मिल रही है।
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक महीने में दूसरी बार गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह 2021 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा में पार्टी की रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पश्चिम बंगाल में गहरी पैठ बना रही है और राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल को कड़ी चुनौती दे रही है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रशांत किशोर ने राज्य सचिवालय में ममता बनर्जी के साथ बैठक की जो करीब दो घंटे तक चली। किशोर के साथ तृणमूल सांसद और बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी थे। साल 2021 के चुनाव में पार्टी की रणनीति बनाने में मदद के लिए अपनी संभावित नियुक्त के बारे में प्रशांत किशोर और टीएमसी नेतृत्व खामोश हैं जबकि उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है और मामले पर टिप्पणी करना बहुत जल्दबाजी है।
इसी महीने कुछ दिनों पहले प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। उस दौरान भी यही अटकलें लगाई गई कि वे निकट भविष्य में उनके साथ जुड़़ सकते हैं और 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम कर सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर राज्य में बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को रोकने और बंगाल पर अपनी पकड़ बनाए रखने में पार्टी की मदद कर सकते हैं।
राज्य सचिवालय नबान्न में मुख्यमंत्री के साथ तृणमूल सांसद और बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ किशोर ने करीब ढाई घंटे तक चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि यदि बनर्जी की इच्छा हो, तो किशोर उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं।
ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर के बीच बैठक ऐसे समय में हुई है जब राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से तृणमूल सुप्रीमो को कड़ी चुनौती मिल रही है। हाल ही में संपन्न हुये लोकसभा चुनाव में, बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की थी, जो राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से सिर्फ चार कम है। शानदार प्रदर्शन से उत्साहित, भगवा पार्टी के नेता दावा कर रहे हैं कि उनका अगला लक्ष्य 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकना है।
इन बैठकों से संकेत मिलता है कि ममता बंगाल में बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए चुनावी रणनीतिकार की सेवा ले सकती हैं। 2014 के आम चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत के बाद सुर्खियों में आए किशोर ने बाद में कई राजनीतिक दलों के साथ काम किया। वह पिछले साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) में उपाध्यक्ष के तौर पर शामिल हुए, लेकिन उन्होंने एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम करना जारी रखा। इससे भी पहले वह बीजेपी के लिए 2014 में काम कर चुके हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)