गांधी जयंती पर आयोजित बीजेपी के कार्यक्रमों से गायब रहीं प्रज्ञा ठाकुर, कांग्रेस ने लगाए 'हिंसा की पुजारन' के पोस्टर
By आदित्य द्विवेदी | Published: October 3, 2019 07:53 AM2019-10-03T07:53:09+5:302019-10-03T07:53:09+5:30
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान नाथूराम गोडसे का महिमा मंडन करने की वजह से प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें आमंत्रित नहीं किया।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर की अनुपस्थिति कई सवाल खड़े कर रही है। प्रज्ञा ठाकुर पदयात्रा में शामिल नहीं हुई और ना ही अपनी लोकसभा में आयोजित कार्यक्रम में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने पहुंची।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान नाथूराम गोडसे का महिमा मंडन करने की वजह से प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें आमंत्रित नहीं किया। प्रज्ञा ठाकुर के करीबी सूत्रों ने TOI को बताया कि दीदी भोपाल में नहीं हैं। उनका गांधी जयंती पर भोपाल में कोई प्रोग्राम नहीं है इसलिए वह अगले हफ्ते वापस आएंगी।
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सभी सांसदों को निर्देश दिया है कि गांधी जयंती के मौके पर जनसंपर्क कार्यक्रम में हिस्सा लें। बीजेपी के प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने बताया कि सभी सांसदों से संकल्प यात्रा में शामिल होने और पीएम मोदी के योगदान का उल्लेख करने को कहा गया है।
भोपाल के जिलाई इकाई के कार्यकर्ताओं ने भी गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और शिवराज सिंह चौहान तो पहुंचे लेकिन प्रज्ञा भारती नजर नहीं आई।
भोपाल के बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कहा, 'प्रज्ञा जी गांधी जयंती के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई। नवरात्रि पर उनके पहले से तय कार्यक्रम हैं। इसके अलावा वो अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगी।'
दूसरी तरफ भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ पोस्टर लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर निशाना साधा है। गांधी जयंती के मौके पर इंदौर में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ पोस्टर लगाया गया है जिसमें उन्हें 'हिंसा की पुजारन' बताया गया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान अपने पूरे प्रचार में कट्टर हिंदुत्व की छवि के साथ-साथ साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपने बयानों की वजह से चुनाव आयोग के नोटिस से लेकर प्रचार पर बैन तक का सामना करना पड़ा था। उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे का महिमा मंडन किया था। इससे बीजेपी की भी काफी फजीहत हुई थी।