PNB Scam: नीरव मोदी को बैंक ने 'फर्जी' तरीके से जारी किए थे 25 हजार करोड़ के LoU, ऑडिट रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
By अभिषेक पाण्डेय | Published: December 4, 2019 11:19 AM2019-12-04T11:19:59+5:302019-12-04T11:21:54+5:30
Nirav Modi: एक फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पीएनबी द्वारा नीरव मोदी को 25 हजार करोड़ के LoU फर्जी तरीके से जारी किए गए थे
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) द्वारा नीरव मोदी के घोटाले के खुलासे के करीब दो साल बाद बैंक द्वारा नियुक्त किए गए एक फॉरेंसिक ऑडिट में इस घोटाले को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
इस ऑडिट से पता चलता है कि नीरव मोदी ने अपनी कंपनियों की चेन के जरिए कैसे व्यवस्थित ढंग इस घोटाले को अंजाम दिया, जो कई सालों तक किसी के पकड़ में नहीं आया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी द्वारा फरवरी 2018 में सीबीआई से नीरव मोदी के खिलाफ शिकायत करने के कुछ ही दिनों बाद इस मामले की तह तक जाने के लिए बेल्जियम की ऑडिटर बीडीओ की सेवाएं ली थीं। बीडीओ ने जून 2018 में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।
पीएनबी ने नीरव मोदी को जारी किए थे 28 हजार करोड़ के LoU
बीडीओ की जांच के मुताबिक, पीएनबी द्वारा नीरव मोदी समूह को कुल 1561 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) जारी किए गए थे, जिनकी कीमत 28 हजार करोड़ रुपये थे।
इनमें से 1381 LoU, जिनकी कीमत 25 हजार करोड़ रुपये है, को ऑडिटर्स ने 'फर्जी' तरीके से जारी किया गया करार दिया। इसने अपनी जांच में ये भी पाया कि 23 में से 21 निर्यातक, जिनके नाम पर LoU जारी किए गए थे, उनको नीरव मोदी द्वारा नियंत्रित किया जाता था।
6 हजार करोड़ मूल्य वाले 193 LoU का बैंकों को भुगताने के लिए करने के लिए गलत उपयोग किया गया।
बीडीओ की 329 पेज की फॉरेंसिक रिपोर्ट को एक मुखबिर द्वारा इंटरनेशनल कॉन्सोर्टिम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (ICIJ) को सौंपी गई है, जिससे इस ऑडिट रिपोर्ट से जुड़ी कई बातें सामने आई हैं।
बीडीओ की ड्राफ्ट फोरेंसिक रिपोर्ट, इस घोटाले की गहराई जानने के मामले में सीबीआई, ईडी, जैसी जांच एजेंसियों से भी आगे निकल गई।
बीडीओ की टीम ने नीरव मोदी और उनके परिवार के सदस्यों के नाम सभी परिसंपत्तियों को सूचीबद्ध किया।
नीरव मोदी के पास भारत में 1300 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति
कुल मिलाकर, बीडीओ ने भारत में नीरव मोदी के स्वामित्व वाली 20 संपत्तियों को सारणीबद्ध किया है जिनका जिक्र "नॉन-चार्ज्ड" के रूप में किया गया है, या जिनका उपयोग लेनदेन के लिए सिक्योरिटी के रूप में कभी नहीं किया गया है।
इसके अतिरिक्त नीरव मोदी के पास भारत में 15 चार्ज्ड संपत्तिया हैं, जिनकी कीमत 1300 करोड़ रुपये आंकी गई है और साथ ही उसके पास भारत के बाहर 13 अचल संपत्तियां भी हैँ।
साथ ही फोरेंसिक रिपोर्ट में नीरव मोदी की पांच कारों और एक बोट के रूप में चल संपत्तियों का भी जिक्र है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, नीरव के पास 20 करोड़ कीमत की 106 पेटिंग्स भी हैं, जिनमें प्रसिद्ध चित्रकारों एमएफ हुसैना, जेमिनी रॉय, जोगेन चौधरी और राजा रवि वर्मा की पेटिंग शामिल हैं।
नीरव ने पीएनबी कर्मचारियों के साथ मिलीभगत से किया घोटाला
इस रिपोर्ट के मुताबिक, नीरव मोदी द्वारा की गई धोखाधड़ी पीएनबी के 'सिस्टम के लूपहोल' का फायदा उठाकर की गई थी। इसमें ये भी कहा गया है कि ये धोखाधड़ी पीएनबी कर्मचारियों की मिलीभगत से ही संभव हो पाई।
उदाहरण के लिए, नीरव मोदी समूह की कंपनियों को जारी किए गए 92 फीसदी या 1448 LoUs को तब के फॉरेन एक्सचेंज, डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी द्वारा जारी किया गया था।
कुल मिलाकर 97 फीसदी फर्जी तरीके से जारी LoU को उन्होंने ही पास किया था। शेट्टी को फरवरी 2018 में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया था।