PM modi security breach: पंजाब में प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा में गंभीर चूक, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने समिति गठित की
By सतीश कुमार सिंह | Published: January 6, 2022 09:50 PM2022-01-06T21:50:35+5:302022-01-06T22:17:46+5:30
PM modi security breach: केंद्र सरकार ने इस घटना के लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया और उससे रिपोर्ट तलब की है।
नई दिल्लीः पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान सुरक्षा में गंभीर चूक की जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने समिति गठित की है। सुधीर सक्सेना, सचिव, सुरक्षा गृह मंत्रालय की जांच समिति का नेतृत्व करेंगे। अन्य सदस्यों में आईबी के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह, एसपीजी के आईजी एस सुरेश हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना को सुरक्षा में "बड़ी चूक" करार दिया है जिसकी वजह से वीवीआईपी के लिए ‘‘गंभीर जोखिम’’ पैदा हुआ। गृह मंत्रालय ने जिम्मेदारी तय करने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के अलावा राज्य सरकार से तत्काल रिपोर्ट भी मांगी है।
Committee constituted to enquire into the serious lapses in the security arrangements during Prime Minister Narendra Modi’s visit to Ferozepur, Punjab on 5th January, which led to the exposure of the VVIP to grave security risk: Ministry of Home Affairs pic.twitter.com/Zdjx1aU9RD
— ANI (@ANI) January 6, 2022
इस संबंध में एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया, "गृह मंत्रालय ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की 05.01.2022 को फिरोजपुर, पंजाब की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक, जिसके कारण वीवीआईपी के लिए गंभीर सुरक्षा जोखिम उत्पन्न हुआ, की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर अपने पंजाब दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में हुई चूक के मामले की जानकारी दी और इसके कुछ ही देर बाद केंद्र सरकार ने संकेत दिया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संबंधित जानकारी इकट्ठा किए जाने के बाद वह कोई ‘‘बड़ा व कड़ा फैसला’’ भी ले सकती है।
इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि फिरोजपुर में जो कुछ भी हुआ, उसमें प्रधानमंत्री की जान को खतरा जैसी कोई बात नहीं थी बल्कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मंशा से अपनाया गया एक ‘‘हथकंडा’’ है। उच्चतम न्यायालय ने भी इस मामले का संज्ञान लिया जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस में आरोप और प्रत्यारोप के सिलसिले के बीच पंजाब सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित कर दी।
इन सबके बीच, देश भर में भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री के दीर्घायु होने की कामना करने हुए मंदिरों में पूजा-अर्चना की और महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया। पंजाब के भाजपा नेताओं ने चंडीगढ़ में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और राज्य के गृह मंत्री और पुलिस महानिदेशक को बर्खास्त किए जाने की मांग की।
उत्तराखंड में एक रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सुरक्षा चूक को लेकर पंजाब सरकार को आड़े हाथों लिया जबकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गंभीर मुद्दा करार देते हुए कहा कि इसे लेकर राजनीति करने की बजाय सुरक्षा एजेंसियों की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘‘गंभीर चूक’’ की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था। इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर करीब 20 मिनट तक फंसे रहे। घटना के बाद प्रधानमंत्री किसी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना दिल्ली लौट आए।
(इनपुट एजेंसी)