जब पीएम नरेंद्र मोदी ने किया खुलासा, उन्हें 32 सालों तक खोजते रहे बैंक अधिकारी, जानिए क्यों?
By पल्लवी कुमारी | Published: September 3, 2018 10:56 AM2018-09-03T10:56:51+5:302018-09-03T10:56:51+5:30
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की लॉन्चिंग पर शनिवार( एक सितंबर) को ये बात बोली थी।
नई दिल्ली, 3 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की लॉन्चिंग पर शनिवार( एक सितंबर) को कहा कि विधायक बनने से पहले तक उनके पास कोई ऑपरेशनल बैंक खाता नहीं था क्योंकि उनके पास कभी इतना पैसा ही नहीं हुआ कि उनको किसी बैंक अकाउंट की जरूरत पड़े।
पीएम मोदी ने यहां अपने स्कूल के दिनों की कुछ यादें भी बताईं। उन्होंने कहा कि देना बैंक के अधिकारी उन्हें 32 सालों तक उनका खाता बंद करवाने के लिए खोजते रहे थे। अब आप सोच रहे होंगे कि पीएम मोदी के पास विधायक बनने के पहले जब कोई बैंक खाता नहीं था, तो देना बैंक के अधिकारी उन्हें क्यों ढूंढ़ रहे थे।
देना बैंक लेकर आई थी स्कीम
दरअसल पीएम मोदी यहां देना बैंक के गुल्लक बैंक की बात कर रहे थे।मोदी ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा कि बताया कि उन दिनों किस प्रकार देना बैंक एक योजना लाई थी जिसके तहत छात्रों को गुल्लक दी जाती थी और उनका खाता खोला जाता था।
गुल्लक बैंक भी खाली रहता था
प्रधानमंत्री ने बताया, ''उन्होंने एक (गुल्लक) मुझे भी दी लेकिन मेरा हमेशा खाली रहता था। बाद में मैंने गांव छोड़ दिया। बैंक खाता चलता रहा और अधिकारियों को उसे हर वर्ष आगे बढ़ाना पड़ता था। बैंक अधिकारी खाता बंद करने के लिए मेरी तलाश में थे।"
32 साल बाद अधिकारियों ने ढूंढ़ निकाला
पीएम मोदी ने आगे बताया कि कैसे 32 साल बाद अधिकारियों ने उन्हें ढूंढ़ निकाला और खाता बंद करने के लिए उनसे संपर्क किया। मोदी ने बताया, '32 वर्ष बाद उन्हें मेरा मेरा पता मिला और फिर वहां बैंक अधिकारी आए और कहा, कृपया हस्ताक्षर कीजिए हमें आपका खाता बंद करना है। '
विधायक बनने के बाद खुलवाया खात
पीएम मोदी ने बताया कि जब वह गुजरात के विधायक बने और उन्हे सैलरी मिलनी शुरू हुई तब जाकर उन्होंने बैंक अकाउंट खुलवाया। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने ये बातें दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के उद्धघाटन के वक्त बोला था। मौके पर बीजेपी के कई मंत्री, विधायक और सांसद मौजूद हैं।
क्या है इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक
देश के हर जिले में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की एक शाखा होगी। जिसका पूरा ध्यान गांव में रह रहे लोगों के फाइनेंशियल सुविधाओं पर होगा। फिलहाल यह सर्विस 650 शाखाओं और 3,250 ऐक्सेस पॉइंट्स पर शुरू की जाएगी। शुरुआती दौर में ग्याहर हजार पोस्टमैन इस बैंक के लिए काम करेंगे। इस सर्विस के तहत 17 करोड़ पोस्ट सेविंग खाते को लिंक करने की अनुमति दी जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज उपलब्ध कराने के लिए पोस्ट पेमेंट्स बैंक 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस की शाखाओं को प्रयोग में लाएगा। इस बैंक के जरिए पोस्टमैन डिजिटल बैंकिंग को घर-घर पहुंचाने का काम करेंगे।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)