मन की बात: पीएम मोदी का युवक-युवतियों से वादा, अच्छे नंबर लाने पर चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखने का मिलेगा मौका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 28, 2019 11:11 AM2019-07-28T11:11:45+5:302019-07-28T11:11:45+5:30
पिछले मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने देश के कई हिस्सों में जल संकट को देखते हुए पानी की हर बूंद बचाने और इसे स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक जन आंदोलन बनाने का का भी आग्रह किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में आज दूसरी बार मन की बात किया। इसी के साथ पीएम मोदी का यह 55वां रेडियो कार्यक्रम है जिसके जरिए पीएम ने देश को संबोधित किया। इसके जरिए पीएम अब तक किसान, जवान, परीक्षा के तानव, खिलाड़ियों की उपलब्धियां, अंतरिक्ष में भारत की तरक्की, जल संरक्षण जैसे अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा कर चुके हैं।
पिछले मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने देश के कई हिस्सों में जल संकट को देखते हुए पानी की हर बूंद बचाने और इसे स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक जन आंदोलन बनाने का का भी आग्रह किया था। जल संरक्षण के लिए उन्होंने जलशक्ति अभियान की घोषणा किया था।
पीएम मोदी ने मन की बात की शुरुआत कुछ इस तरह किया- मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार। मन की बात हमेशा की तरह, मेरी तरफ से भी और आपकी तरफ से भी एक प्रतीक्षा रहती है। आप ही की बातों को, इस ‘मन की बात’ के धागे में पिरोकर के फिर से एक बार आपको बांटना चाहता हूँ।
-पिछली बार मैंने प्रेमचंद की कहानियों की एक पुस्तक के बारे में चर्चा की थी और हमने तय किया था कि जो भी बुक पढ़ें, उसके बारे में Narendra Modi App के माध्यम से सबके साथ share करें। बड़ी संख्या में लोगों ने अनेक प्रकार के पुस्तकों की जानकारी साझा की हैं।
क्यों ना हम Narendra Modi App पर एक permanent book’s corner बना दें और जब भी नई किताब पढ़ें, उसके बारे में वहाँ लिखें, चर्चा करें। आप हमारे इस book’s corner के लिए, किसी अच्छे नाम का सुझाव भी दे सकते हैं।
जल संरक्षण के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा मेरे कहने से पहले भी जल संरक्षण आपके दिल को छूने वाला विषय था, सामान्य मानवी की पसंदीदा विषय था। मैं अनुभव कर रहा हूँ कि पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है।
सरकार हो, NGOs हो - जलसंरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर कुछ-ना-कुछ कर रहे हैं। सामूहिकता का सामर्थ्य देखकर, मन को बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत संतोष हो रहा है। इसका शानदार उदाहरण है झारखंड का आरा केरम गांव।
पीएम ने कहा कि मेघालय देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने अपनी जल-नीति तैयार की है, राज्य सरकार को बधाई। त्योहारों के अवसर पर कई मेले लगते हैं। जल संरक्षण के लिए इन मेलों का भी उपयोग करें। हरियाणा में, उन फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिनमें कम पानी की जरुरत होती है और किसान का भी कोई नुकसान नहीं होता है।
मास्को में World Children’s winners games का आयोजन हुआ। यह एक ऐसा अनोखा स्पोर्ट्स टूर्नामेंट है, जिसमें कैंसर से जूझ रहे युवा ही हिस्सा लेते हैं। हमारे देश के दस चैंपियंस ने इस टूर्नामेंट में मैडल जीते। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने तो एक से ज्यादा खेलों में मैडल जीते।
अंतरिक्ष में भारत की सफलता-
मुझे पूरा विश्वास है कि आपको आसमान के भी पार, अंतरिक्ष में, भारत की सफलता के बारे में, जरुर गर्व हुआ होगा। चंद्रयान-2 मिशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब बात नए-नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुजरने की हो, Innovative Zeal की हो, तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं।
दिखाई जाएगी चंद्रयान-2 की लैंडिंग-
पीएम मोदी ने कहा ‘मन की बात’ के माध्यम से, मैं देश के विद्यार्थी दोस्तों के साथ, युवा साथियों के साथ एक बहुत ही दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी साझा करना चाहता हूँ और देश के युवक-युवतियों को निमंत्रित करता हूँ।
पीएम ने कहा कि मैं स्कूलों से, अभिभावकों से, उत्साही आचार्यों और शिक्षकों से, विशेष आग्रह करता हूँ कि वे अपने स्कूल को विजयी बनाने के लिए भरसक मेहनत करें। ईनाम के रूप में सर्वाधिक स्कोर करने वाले बच्चों को 7 सितंबर को श्रीहरिकोटा में चंद्रयान-2 की लैडिंग के क्षण का साक्षी बनने का मौका मिलेगा। इसके लिए, आपको क्विज कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेना होगा, सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे, आपको विजयी होना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि अगस्त महीना ‘भारत छोड़ो’ की याद ले कर आता है। मैं चाहूँगा कि 15 अगस्त की कुछ विशेष तैयारी करें आप लोग। आजादी के इस पर्व को मनाने का नया तरीका ढूढें। जन भागीदारी बढ़ाएं। 15 अगस्त लोकोत्सव कैसे बने? जनोत्सव कैसे बने? इसकी चिंता जरुर करें।